निगम के भवन ने आखिरी नोटिस भेजा, अतिक्रमण करने वाले लोगों ने मकानों को खाली करना शुरू किया
नालंदा परिसर का कैफेटएरिया बनाया जाना है, टेंडर प्रक्रिया आखिरी चरण में
रायगढ़। मरीन ड्राईव में पांच मकानों के अतिक्रमण को तोड़फोड़ करने की कार्रवाई आज या कल में प्रारंभ हो सकती है । पिछले दो दिनों में नगर निगम के भवन विभाग ने देवांगन धर्मशाला के पीछे और मरीन ड्राईव के पास पांच मकानों को हटाने का अंतिम नोटिस दिया है। वहां पर नांलदा परिसर का कैफेटएरिया बनाया जाना है। यहां नगर निगम का गैस प्लांट है, वह अब अनुपयोगी हो चुकी है। उसके आसपास के इलाका नगर निगम का खाली जमीन पर लोगों ने धीरे-धीरे कब्जाकर तीन-तीन माले के मकान बना लिये ।
नगर निगम भवन विभाग ने पांच कब्जाधारियों को नोटिस दिया है, उन्हें शुक्रवार तक खुद से अपना कब्जा हटा लेने के लिए कहा है। आखिरी नोटिस गुरुवार को निगम द्वारा दिया गया था। इसके बाद अवैध कब्जे पर काबिज लोगों ने गुरुवार को अपने घर पर रखे सामानों को दूसरे जगहों में शिफ्ट कराना शुरू कर दिया है। बताया जाता हैं कि निगम एक या दो दिनों में इन मकानों को तोड़ सकता है। केलो नदी के उपर इसी इलाके में ही लक्ष्मण झूला भी बनाया जाएगा, जो नदी के दूसरे तरफ नांलदा परिसर को जोड़ेगा। यहां पर अवैध अतिक्रमण हो हटाकर करीब 7 हजार से अधिक वर्गफीट की जगह को खाली करने के बाद अनुपयोगी गोबर गैस प्लांट को भी तोड़ा जाएगा। वहां पर बड़े रूप में कैफेटएरिया बनाए जाने की योजना है।
नगर निगम के ईई अमरेश लोहिया ने बताया कि नांलदा परिसर के लिए 19 करोड़ 55 लाख रूपए का टेंडर किया था, इसमें टेंडर बिड करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसका भूमिपूजन और निर्माण कार्य शुरू होगा। टेंडर प्रोसेस की प्रक्रिया राज्य स्तर से की जा रही है, अतिक्रमण को लेकर जो नोटिस दिया गया है। उसे मैने आज देखा था, उसमें आठ नवंबर तक मकान खाली करने के लिए कहा गया है। लेकिन इसमें तोड़फोड़ या कार्रवाई की प्रक्रिया तहसीलदार के निर्देश पर होगी ।