Raigarh News: केसीसी निर्माण को मिली रफ्तार, 15 दिनों में 1498 किसानों के कार्ड बने, 7.84 करोड़ ऋण भी स्वीकृत

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कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर लगाए गए सभी विकासखंडों में शिविर
उद्यानिकी और मत्स्य पालन के लिए बिना ब्याज के मिला लोन
न्यूनतम ब्याज दरों पर पशुपालन हेतु दिए गए ऋण
किसानों को बड़ी राहत, बीज या खाद खरीदने में अब नहीं होगी परेशानी

रायगढ़, 1 अप्रैल2023/ कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देश में जिले के सभी जनपद पंचायतों में किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें प्राप्त 1498 प्रकरणों को स्वीकृत कर ऋण जारी किया गया। इसके तहत पशुपालन विभाग के 910 प्रकरण निराकृत हुए। इसी तरह मत्स्य पालन विभाग के 225 तथा उद्यानिकी विभाग के 264 प्रकरणों को निराकृत किया गया। निराकृत सभी प्रकरणों में छ.ग.राज्य सहकारी बैंक मर्यादित द्वारा कुल 7 करोड़ 84 लाख 66 हजार रुपये की ऋण स्वीकृति भी जारी कर दी गयी है।
गौरतलब है कि कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में केसीसी निर्माण की समीक्षा की थी। कम संख्या में केसीसी प्रकरणों की स्वीकृति और निर्माण की धीमी गति को लेकर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई थी और शिविर लगाकर किसानों के केसीसी बनाने के निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिए थे। उनके निर्देशानुसार के अनुरूप केसीसी बनाने शिविर आयोजित किए गए। यह शिविर 13 मार्च से 31 मार्च तक प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को संबंधित ब्लॉक के जनपद पंचायत कार्यालय में प्रात:11 बजे से किया गया। शिविर के जरिये किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए लगातार आवेदन लिए गए।























ज्ञात हो कि किसानों को कृषि कार्यों के लिए ऋण की आवश्यकता होती है। इसे देखते हुए राज्य शासन की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को सहकारी बैंक से सस्ता ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना से किसान कम ब्याज दरों में कृषि व संबंधित कार्यों के लिए बैंकों से ऋण ले सकते हैं। जिससे उन्हें अपने खेती-किसानी के कामों के लिए कार्यशील पूंजी मिल जाती है। केसीसी से किसानों को कृषि कार्यों के लिए ब्याजमुक्त अल्पकालीन ऋण मिलता है। पशुपालन, मछली पालन और उद्यानिकी कार्यों के लिए भी अल्पकालीन ऋण दिया है। पशुपालन हेतु 2.00 लाख तक का ऋण 1 प्रतिशत ब्याज दर पर एवं रूपये 2 लाख से अधिक एवं रूपये 3 लाख तक के ऋण 3 प्रतिशत ब्याज दर पर दिया जाता है। मत्स्य पालन व उद्यानिकी कार्यों हेतु 3 लाख तक दिये जाने वाला ऋण, अल्पकालीन कृषि ऋण के समान ब्याज मुक्त (0 प्रतिशत ब्याज दर) होता है।

ब्याजमुक्त ऋण पाकर किसानों के चेहरे खिले
जिले के जनपद पंचायतों में आयोजित केसीसी शिविर में केसीसी बनवाने आये किसानों के चेहरे पर खुशी दिखाई दे रही थी। उन्होंने बताया कि हम जैसे किसानों के लिए गाय एवं मछली पालन, सब्जी उत्पादन के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध हो जाता है। कभी-कभी पैसे के अभाव में फसल, बीज या खाद खरीदने में कठिनाई हो जाती है। शासन द्वारा केसीसी ऋण योजना का लाभ मिलता है तो वे प्राप्त राशि से वह बीज या खाद खरीद सकेंगे।



































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