रायगढ़। रायगढ़ जिले में दशकर्म कार्यक्रम से लौटते समय सड़क किनारे रखे लकड़ी से टकराकर एक मासूम बालक की मौत हो गई वहीं इस घटना में उसके माता-पिता को भी चोट आई है। उक्त मामला धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र का है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम चांदीडांड निवासी वेदराम अगरिया ने थाने में सूचना देते हुए बताया कि वह खेती किसानी का काम करता है। 17 अक्टूबर को उनके एक रिश्तेदार के यहां पुटुकछार से दशकर्म का न्यौता आया था। जिसके बाद उसके बड़ा भाई बोधराम अगरिया, भाभी रामवती अगरिया, भतीजा कुणाल को लेकर अपने-अपने मोटर सायकल से पुटुकछार गया था। इस दौरान रात करीब 7 बजे उसका बड़ा भाई बोधराम अगरिया, भाभी रामवती अगरिया के अलावा भतीजा कुणाल 04 साल एचएफ डिलक्स मोटर सायकल क्रमांक सीजी 13 यूए 5747 से निकले थे।
वेदराम अगरिया ने बताया कि रात करीब 8 बजे उसे सूचना मिली कि उनके बड़े भाई का ग्राम नकला के पास एक्सीडेंट हो गया है और उन्हें उपचार हेतु धरमजयगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सूचना के आधार पर जब वह अस्पताल पहुंचकर देखा कि उसके बड़े भाई और भाभी को चोट काफी चोट आई थी वहीं उसके चार वर्षीय भजीते कुणाल अगरिया की मौत हो चुकी थी।
लकड़ी के बल्ली से टकराने से हुई घटना
मृतक बालक के पिता बोधराम अगरिया ने बताया कि घर लौटते समय उनकी मोटर सायकल का लाईट ठीक से नही जल रहा था। जिससे उन्हें बाईक चलाने में परेशानी आ रही थी। इसी बीच जब वे नकना गांव के पहुंचे ही थे कि सड़क किनारे एक लकड़ी का बल्ली पड़ा कटा हुआ पड़ा था जिससे टकराने से तीनो बाईक से गिरकर घायल हो गए थे।
पति-पत्नी को भी आई चोट
बोधराम अगरिया ने बताया कि इस घटना उसे सिर माथा के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई है वहीं उसकी पत्नी रामवती को कमर के पास में चोट आयी है एवं गोद में बैठे बच्चें के चेहरे, कान, नाक में गंभीर चोट आयी हैं जिससे उसकी मौत हो गई।