उत्कल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा जस्टिस प्रशांत मिश्रा किया गया सम्मान





रायगढ़ टॉप न्यूज 10 जून 2023। 9 जून संध्या की बेला में महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के वैदिक मंत्रोंच्चारण एवं पूजा के साथ छत्तीसगढ़ के प्रथम उच्चतम न्यायालय के धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा का शपथ ग्रहण के पश्चात अपने गृह निवास रायगढ़ में प्रथम आगमन का स्वागत किया, आपको यह जानकारी दे दें की धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा मूलतः पुरानी बस्ती रामगुड़ीपारा रायगढ़ के पैतृक निवासी हैं एवं उत्तकल समाज के एक अभिन्न अंग है। धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा की शिक्षा दीक्षा रायगढ़ में ही पूरी हुई और यहीं से इन्होंने एल.एल.बी की शिक्षा ग्रहण की, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय से डिग्री लेने के पश्चात जिला एवं सत्र न्यायालय रायगढ़ में ही वकालत करने लगे। वो कहते हैं की जिसकी उड़ान ऊंची हो उसे रोकना किसी भी परिस्थितियों के बस में नहीं आगे का सपना पूरा करने के लिए अविभाजित मध्यप्रदेश के जबलपुर उच्च न्यायालय में वकालत प्रारंभ कर दी।
अनेक वर्षों तक जबलपुर उच्च न्यायालय में वकालत करने के पश्चात जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ तब पुनः अपने राज्य के उच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में वकालत प्रारंभ कर आगे की उड़ान के लिए तैयारी प्रारंभ कर दी। आगे चलकर धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता के रूप में प्रतिष्ठित हुए, और जल्द ही वह दिन आ गया जब धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा न्यायधीश के पद पर सुशोभित हुए। इस पद पर रहते हुए धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा बिलासपुर उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के पद पर अपना कर्तव्य निभाने का गरिमा पूर्ण अवसर प्राप्त हुआ। आगे चलकर अपने अनुभव एवं विधि के ज्ञान के बलबूते पर अन्य राज्यों में भी इनकी सेवा की आवश्यकता आन पड़ी और उन्हें महामहिम राष्ट्रपति के आदेश पर आंध्र प्रदेश के उच्च न्यायालय पर प्रधान न्यायधीश के गरिमामय पद पर आसीन किया गया अपने कर्तव्यों के प्रति लगन और ईमानदारी से कार्य करने पर वह समय भी निकट आ ही गया जिस दिन सभी को यह जानकारी प्राप्त हुई की धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा अब सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीश बनाए गए यह जानकारी जिन्हें भी हुई सभी खुशियों से झूम उठे और बधाईयों का ताता सा शहर की फिजाओं में छा गया। अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठा और ईमानदारी के बल पर एक छोटे से शहर का मानव महामानव में तब्दील हो सकता है यह शिक्षा का ज्वलंत उदाहरण हमारे सामने, हमारे बीच हमारे एवं हमारे शहर के धर्माधिकारी प्रशांत मिश्रा के रूप में शहर को देखने का अवसर मिला यह उत्कल समाज एवं रायगढ़ नहीं पूरे छत्तीसगढ़ के लिये गौरव एवं गर्व है।
इन्ही शुभकामनाओं के साथ महाप्रभु जगन्नाथ जी की कृपा से आपकी और ऊंची उड़ान की कामना समस्त रायगढ़वासीयों की ओर से…रायगढ़ की माटी के सपूत जो आज भारत के सर्वोच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति बनाये गये हैं , माननीय जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा जी का रायगढ़ के श्रेष्ठा होटल के सभागार में उत्कल सांस्कृतिक सेवा समिति रायगढ़ के सभी गणमान्य सदस्यों द्वारा 9 जून की संध्या एक भव्य एवं गरीमा पूर्ण समारोह में सम्मान किया गया ।इस अवसर पर समाज एवं परिवार के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा उनके जीवन से जुड़ी घटनाओं और उनके माता-पिता के द्वारा किए गए संघर्षों एवं उनके इस मुकाम तक पहुंचने की घटनाओं को बताया गया ।इस अवसर पर जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने भी अपने इस उच्च पद पर पहुंचने का श्रेय अपने माता-पिता, वरिष्ठ परिवार जनों, एवं अपनी ईष्ट देवी भुवनेश्वरी एवं महाप्रभु जगन्नाथ जी के आशीर्वाद को दिया। इस अवसर पर सभी वरिष्ठ जनों , श्री सुभाष नंदे जी, डॉ प्रभात त्रिपाठी जी, श्रीमती जया षड़ंगी जी द्वारा श्री प्रशांत मिश्रा जी की स्कूल, कालेज,की शिक्षा, फिर जिला न्यायालय, उच्च न्यायालय आदि में जाने की घटनाओं आदि को बताया ।इस अवसर पर उनके पिता और वरिष्ठ कानूनविद स्वर्गीय विद्याधर मिश्रा जी के भी कार्य कौशल के बारे में भी बताया गया।
कार्यक्रम मे समाज के अध्यक्ष डॉ प्रकाश मिश्रा, सचिव देवेश षडंगी, डॉ सुचित्रा त्रिपाठी डॉ लोकेश षडंगी डॉ नारायण नन्दे डॉ आकाश पंडा डॉ कीर्ति नंदा डॉ ज्योत्सना मिश्रा डॉ प्रीतीषडंगी सहित समाज के सभी सदस्य उपस्थिति थे!
