रायगढ़ टॉप न्यूज 31 मई 2023। रायगढ़ से हिमगीर तक चौथी लाइन का काम जोर-शोर से चल रहा है। मंगलवार को केलो नदी में गर्डर लांच किया गया है। 2024 तक बिलासपुर से झारसुगुड़ा चौथी लाइन के काम को पूरा करने का लक्ष्य है। इसलिए रेलवे ने काम की गति को बढ़ा दिया है। दरअसल बिलासपुर से झारसुगुड़ा तक 206 किमी में चौथी लाइन का निर्माण होना है। 2016 में बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन का काम शुरू हुआ था। अभी तक झारसुगुड़ा से हिमगीर व राबर्टशन से झाराडीह तक करीब 60 किमी तक का काम पूरा हो सका है। जिसमें मालगाड़ियों का परिचालन भी शुरू हो गया है। शुरुआत में इस काम को 2019 तक पूरा किया जाना था, फिर इसे 2020 किया गया, लेकिन कोरोना के कारण काम रूक गया और अब 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।वर्तमान में रायगढ़ से हिमगीर तक चौथी लाइन का काम तेजी से चल रहा है। कुछ दिनों पूर्व ही रेलवे द्वारा चौथी लाइन के निर्माण के लिए ही प्रेम नगर पटरी किनारे रहने वाले करीब 50 लोगों के मकानों को ढहाया गया है। वहीं मंगलवार को रेलवे की विशेष हाइड्रोलिक क्रेन से गर्डर लांच का काम शुरू किया गया है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है जल्द से जल्द रायगढ़ हिमगीर के काम को पूरा किया जाएगा। वर्तमान में हिमगीर से रायगढ़, रायगढ़ से रॉबर्टशन, झाराडीह से चांपा व चांपा से अकलतरा, बिलासपुर तक चौथी लाइन का काम प्रगतिरत है ।
लोड हो जाएगा कम
दरअसल बिलासपुर से झारसुगुडा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का एक महत्वपूर्ण तथा व्यस्त रेलमार्ग है। चौथी लाइन का काम पूरा होने से यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलेंगी। वर्तमान में बिलासपुर से झारसुगुड़ा तक तीन ही लाइन है। हालाकि कुछ जगहों पर चौथी लाइन भी बन चुकी है लेकिन अगर चौथी लाइन का काम पूरा हो गया तो उसमें मालगाड़ियों के चलने से इधर का लोड कम हो जाएगा और बिना किसी रोक-टोक की ट्रेनें बिलासपुर से रायगढ़ तक समय पर पहुंचेंगी।