रायगढ़ टॉप न्यूज 15 दिसंबर 2023। फोर्टिस ओपी जिंदल हॉस्पिटल में जमुना बाई (बदला हुआ नाम) नाम की महिला मरीज़ भर्ती हुई थी जिसकी उम्र 70 साल है जिनके जांघ की हड्डी टूटी हुई थी जिसका इलाज ऑपरेशन के द्वारा ही संभव था परंतु मरीज़ को ब्लडप्रेशर और मधुमेह की शिक़ायत थी और इनका दिल केवल 40 प्रतिशत ही काम कर रहा था, दिल के इस हालत को देखते हुये डॉ. धर्मेन्द्र चौबे (भारत सहित अन्य देशों को मिलाकर कुल 30 वर्षों का अनुभव) के द्वारा विशिष्ट तरह का एनेस्थीसिया दिया गया छत्तीसगढ़ में इस अनोखी तकनीक का इस्तेमाल पहली बार फोर्टिस ओपी जिंदल हॉस्पिटल में किया गया है इस को कंटीन्यूअस स्पाइनल एनेस्थीसिया कहा जाता है ,नॉर्मल एनेस्थीसिया की तुलना में इस एनेस्थीसिया में बहुत कम दवाई का उपयोग किया जाता है इस कंटीन्यूअस स्पाइनल एनेस्थीसिया विधि के द्वारा यदि ऑपरेशन की अवधि लंबी भी हो जाए तो इस एनेस्थीसिया अवधि को कितना भी बढ़ाया जा सकता है पूरे ऑपरेशन के दौरान महिला पूरे होश में बातें कर रही थी एवं इतनी गंभीर बीमारियों के बावजूद उनके सभी पैरामीटर पूरी तरह सामान्य थे , डॉ. धर्मेंद्र चौबे को दुबई में कंटीन्यूअसस्पाइनल एनेस्थीसिया का प्रयोग करने का अनुभव रहा है ,भारत में यह तकनीक डॉ.धर्मेंद्र चौबे द्वारा प्रथम बार सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया जिसके फलस्वरूप मरीज का सफल ऑपरेशन कर आसानी से मरीज की जान बचाई गई,फॉर्टिस ओपी जिंदल अस्पताल में हमारे एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट डॉक्टर धर्मेंद्र चौबे और डॉक्टर पुष्पा पटेल इस प्रकार के गंभीर सर्जरी हेतु 24×7 उपलब्ध है।