रायगढ़ । उद्योगों का गंदा पानी केलो नदी में आकर बहना कोई नया बात नहीं है, लेकिन अब इसमें के सिचांई विभाग कार्यपालन अभियंता ने उद्योगों को चेतावनी देते हुए सख्त पत्र जारी किया है। 15 दिनों के भीतर में उद्योग प्रबंधनों को शपथ पत्र देने के लिए कहा गया है, पत्र में चेतावनी दी गई हैं कि यदि निरीक्षण के दौरान उद्योगों से उत्सर्जित होने वाले अपशिष्ट नदी नालों में प्रभावित होना पाया जाता है तो शासन द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के लिए उद्योग प्रबंधन खुद जिम्मेदार होने की बात कही गई है। दरअसल समय समय में पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण मंडल, जल संसाधन विभाग, उद्योग विभाग के अलावा एसडीएम स्तर के अफसर भी जांच करते आ रहे हैं। उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट केलो नदी में बहने की बात सामने आती रहती है। लंबे समय के बाद सिंचाई विभाग ने उद्योगों को पत्र जारी कर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है, अब इस पर उद्योग प्रबंधनों पर इसका कितना असर पड़ा है, यह देखने वाली बात होगी। इन पांच उद्योगों को भेजा गया है नोटिस तराईमाल स्थित बी एस स्पंज, सराईपाली स्थित सुनील स्पंज स्टील, उज्जवलपुर निवासी अंजनी स्टील प्राईवेट लिमिटेड एवं पूंजीपथरा स्थित पूंजीपथरा स्थित सिंघल एनर्जी एवं सिंघल इंटरप्राईजेंस को सिचांई विभाग रायगढ़ के कार्यपालन अभियंता ने इसका पत्र जारी किया है। ईई ने जो उद्योगों को पत्र भेजा है, उसमें कहा हैं कि लोग नदी में निस्तारी के लिए पानी का उपयोग करते है । प्रदूषण बढ़ने से बीमारी का खतरा बढ़ा है।