Raigarh News: महिला किसान सम्मेलन में किसानों ने साझा किए कृषि के उन्नत तकनीक

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आय में वृद्धि के लिए जैविक खेती के साथ मल्टी लेयर फार्मिंग को किया गया प्रोत्साहित
प्रदान संस्था और एचडीएफसी बैंक के सहयोग से ग्रामीण महिलाओं को मिला रोजगार

रायगढ़, 28 सितम्बर 2024/ एचडीएफसी बैंक परिवर्तन प्रोजेक्ट के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में समापन समारोह एवं महिला किसान सम्मेलन का आयोजन प्रदान एनजीओ द्वारा रायगढ़ विकासखंड के ग्राम-साल्हेओना मेंं किया गया। कार्यक्रम में लगभग ढ़ाई हजार किसान शामिल होकर अपने अनुभवों साझा किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल ने कहा कि इस पहल से जुड़कर किसानों ने अपनी आजीविका में उल्लेखनीय सुधार किए है। उन्होंने कहा कि किसानों ने खेतीबाड़ी के साथ-साथ पशुपालन, मछली पालन, मशरूम उत्पादन, ग्राम उद्योग और अन्य गतिविधियों को अपनाकर अपनी आय के स्रोत में वृद्धि की है।











कार्यक्रम के दौरान 75 गांवों के किसानों को उन्नत सब्जी उत्पादन, दलहन-तिलहन खेती, मशरूम, पशुपालन एवं अन्य गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। साथ ही सभी अतिथियों, अधिकारियों, कर्मचारियों और साल्हेओना के महिला किसान एवं अन्य गांवों से आये किसानों ने खेतों में क्षेत्र भ्रमण किया जहाँ उन्होंने सब्जी नर्सरी शेड, मचान विधि से सब्जी खेती, पशुपालन, मशरुम, मछली पालन, परतखेती मॉडल (मल्टीलेयर), पंपसेट और ड्रिप, स्प्रिंकलर सिंचाई के माध्यम से उन्नत विधि से कृषि और सब्जी खेती के विस्तृत परिणामों पर चर्चा की और आजीविका संवर्धन का अवलोकन किया।

कार्यक्रम में विभिन्न स्टॉल भी लगाए गए थे जो आकर्षण का केंद्र बने। इन स्टॉलों में शासकीय योजनाओं आईएनआरएम, एकीकृत आजीविका, सब्जी खेती, मशरूम, उद्यमियों द्वारा प्राकृतिक खेती और पशुओं का घरेलू उपचार, ड्रिप स्प्रिंकलर, टपक सिंचाई मॉडल और महिंद्रा एग्रो टेक द्वारा अत्याधुनिक मशीनरी का प्रदर्शन शामिल था। प्रदान संस्था के राज्य कार्यालय से आए मसरूर अहमद ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में जिला पंचायत, जनपद पंचायत, बिहान, एचडीएफसी बैंक परिवर्तन और प्रदान संस्था के माध्यम से रायगढ़ विकासखंड के 75 ग्रामों के 7500 से अधिक किसानों की आजीविका संवर्धन कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पहल में एचडीएफसी बैंक परिवर्तन द्वारा कृषि, सिंचाई, उद्यमिता और सोलर लाइट हेतु लक्षित परिवारों को प्रत्यक्ष वित्तीय सहयोग प्रदान किया गया है। इसके साथ ही परिवार आधारित योजनाओं के निर्माण के माध्यम से शासन के विभिन्न कार्यक्रमों के साथ अभिसरण करके परिवारों की सतत आजीविका संवर्धन का कार्य सुनिश्चित किया गया है।

समारोह में जनपद पंचायत एडियो रोशनी दूबे, जिला पंचायत बिहान शाखा से प्रमुख प्रवीण त्रिपाठी, कृषि बिज्ञान केंद्र रायगढ़ से डॉ.बी.एस.राजपूत, एचडीएफसी क्लस्टर हेड मनोज गुप्ता, राजेश महतो, जनपद पंचायत अध्यक्ष भूमिसुता चौहान, उद्यानिकी विभाग के खर्रा, कृषि विज्ञान केंद्र के के.डी.महंत, मत्स्य विभाग के अधिकारी तेजेश्वरी, कृषि विभाग से अभिषेक पटेल, साल्हेओना के सरपंच प्रदीप साय और एचडीएफसी बैंक परिवर्तन प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रशांत बर्मन ने अपने अनुभव साझा करते हुए गाँव स्तर पर हुए विकास और अभिसरण की सराहना की।

जैविक खेती को किया गया प्रोत्साहित
किसान सम्मेलन के आयोजन से कृषकों को खेती-बाड़ी के अनुभवों को साझा करने और संयुक्त रूप से मंथन करने का एक मंच प्राप्त हुआ। जिसमें जैविक खेती पर विशेष जोर दिया गया। जिससे किसानों की आय में और वृद्धि हो सके। कृषि विभाग, पशु विभाग, मत्स्य विभाग और उद्यान विभाग से किसानों को लगातार मार्गदर्शन मिलता रहा। जिससे वे धान फसल के अलावा सब्जियों, मशरूम खेती और पशु पालन पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। किसानों ने बिना रासायनिक खाद और कीटनाशक के फसल उगाने, स्थानीय स्तर पर खाद और कीटनाशक बनाने तथा सब्जियों को बाजार में बेचने जैसी जैविक विधियों को अपनाने के साथ ही अन्य किसानों को प्रोत्साहित किया गया।

उन्नत कृषि हेतु दिया जा रहा प्रशिक्षण, किसानों ने की अनुभव साझा
कृषि उत्पादक संगठन बना कर कृषि उत्पादों को किसानों से लेकर बाजार (मंडी) तक बेचने की व्यवस्था की जा रही है। तीन वर्षों के दौरान एचडीएफसी बैंक परिवर्तन की मदद से कृषि में पंप, शेडनेट घर और नाडेप, पशुपालन में मुर्गी और मुर्गी घर बनाने के सामान, मछली पालन में बीज और जाल, मशरूम खेती में बीज, ड्रम और प्रशिक्षण आदि सहयोग मिला, जिसकी सराहना महिला किसानों ने की। अन्य शासकीय विभागों जैसे बिहान, मनरेगा विभाग, कृषि विभाग, पशु विभाग, मत्स्य विभाग, उद्यानिकी विभाग आदि द्वारा अभिसरण की सराहना की गई। किसान सम्मेलन ने किसानों को न केवल अपने अनुभव साझा करने का अवसर प्रदान किया, बल्कि उन्हें उन्नत कृषि तकनीकों और आधुनिक उपकरणों से अवगत कराकर उनकी उत्पादकता और आजीविका में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।