नव प्रवेशी स्कूली बच्चों के जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र जारी करने प्रकिया करें शुरू
जल भराव को लेकर रहें अलर्ट, बांधों में जल स्तर की रोजाना करें रिपोर्टिंग
जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने बनेगा टूरिज्म एसेट बैंक
कलेक्टर गोयल ने ली साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक
रायगढ़, 2 जुलाई 2024/ स्कूलों में नए सत्र शुरू हो गए हैं। स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव के बाद पाठ्य पुस्तक और गणवेश वितरण का काम पूरा हो जाना चाहिए। सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी यह काम सुनिश्चित करेंगे। उक्त बातें कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आज समय-सीमा की बैठक के दौरान जिला शिक्षाधिकारी से कही। उन्होंने साथ ही कहा कि स्कूल में प्रवेश लेने वाले बच्चों के आय, निवास और जाति प्रमाण पत्र बनाकर उनको देने हैं। इसके लिए एसडीएम और बीएमओ पहल करें। स्कूलों से जानकारी लेकर उसे ऑनलाइन अपडेट करें और सभी बच्चों के प्रमाण पत्र बनाने का काम सितंबर माह तक पूरा कर लिया जाए। बच्चों की जानकारी प्रदान करने का काम शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा। इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर श्री गोयल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि फील्ड निरीक्षण के दौरान स्कूलों का भ्रमण भी अवश्य करें।
कलेक्टर गोयल ने भू-अर्जन के पश्चात रिकॉर्ड अपडेशन पर जोर देते हुए कहा कि यह कार्य प्राथमिकता से किया जाए। इसके लिए सभी विभागों से जानकारी संकलित कर उसका वेरिफिकेशन करते हुए रिकॉड्र्स को अद्यतन करने का काम किया जाए। बैठक के दौरान उन्होंने ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल में दर्ज प्रकरणों और समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण निराकरण की तहसील वार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी प्रकरण ऑनलाइन दर्ज किए जाने के साथ उन्हें निर्धारित अवधि में निराकृत करें। समय-सीमा के बाहर प्रकरण लंबित नही दिखना चाहिए। जनदर्शन में प्राप्त आवेदनों का भी समय-सीमा में निराकरण कर आवेदकों को सूचित करने के निर्देश उन्होंने दिए।
कलेक्टर गोयल ने किसानों के केसीसी निर्माण को लेकर समीक्षा की। उन्होंने ब्लॉक वार कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और उद्यानिकी से जुड़े किसानों के केसीसी निर्माण के पिछले सप्ताह की प्रगति के आंकड़े लिए। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी और केसीसी जारी करने वाले बैंक आपसी समन्वय से काम करें। फील्ड निरीक्षण समय से पूरा करते हुए केसीसी के लिए प्राप्त आवेदनों को निराकृत करें। अपेक्स बैंक के साथ ही अन्य बैंकों द्वारा केसीसी निराकरण की स्थिति की जानकारी उन्होंने लीड बैंक मैनेजर को तैयार करके देने के निर्देश दिए। कलेक्टर गोयल ने जिले में गठित एफपीओ और मंडियों की आय बढ़ाने के संबंध में कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश कृषि और मंडी बोर्ड के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर गोयल ने जिले में खाद बीज भंडारण और वितरण के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर गोयल ने आयुष्मान कार्ड निर्माण की प्रगति को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जनपद पंचायत के अधिकारियों की सराहना की। साथ ही आगे भी इसी गति से कार्ड बनाने का काम जारी रखने के लिए कहा। जिससे जिले के शत-प्रतिशत नागरिकों के कार्ड बनाए जा सकें। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के शहरी घटक की प्रगति को लेकर असंतोष जाहिर किया और काम की स्पीड बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को जिले के सभी नगरीय निकायों के आवास निर्माण की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने नगरीय निकाय के अधिकारियों से कहा कि बारिश के दौरान जल जमाव को लेकर सतर्क रहें। यदि बारिश के दौरान कहीं ऐसी स्थिति बनती है तो तत्काल वहां पानी निकासी की व्यवस्था बनवाएं।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, वनमंडलाधिकारी रायगढ़ स्टायलो मण्डावी, एडीएम संतन देवी जांगड़े, अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय, आयुक्त नगर निगम सुनील कुमार चंद्रवंशी सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
पर्यटन को बढ़ावा देने बनाया जाएगा टूरिज्म एसेट बैंक
कलेक्टर गोयल ने कहा कि केन्द्र सरकार की योजना अंतर्गत पर्यटन को बढ़ावा देने जिले का टूरिज्म एसेट बैंक बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल जिसमें ऐतिहासिक महत्व की इमारतें, प्राकृतिक व दर्शनीय स्थलों जिससे हार्ड एसेट के साथ यहां के मेले और उत्सव जैसे सॉफ्ट एसेट भी शामिल हैं। इसके साथ ही ईको टूरिज्म के दृष्टि से उपयुक्त स्थलों को भी इसमें शामिल किया जा सकता हैं। उन्होंने वन मंडल अधि
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को लेकर रहें अलर्ट, बांधों के जलस्तर की रोजाना हो रिपोर्टिंग
कलेक्टर गोयल ने कहा कि अभी बरसात शुरू हुई है। अधिक बारिश होने पर जिले का कुछ हिस्सा बाढ़ से प्रभावित होता है। इसको लेकर सभी संबंधित अधिकारी अलर्ट रहें। जिले में महानदी, केलो और मांड नदी के साथ बांधों के जलस्तर की निगरानी रखते हुए रोजाना रिपोर्टिंग करें। इसमें पिछले सालों के दौरान किस स्तर पर पानी पहुंचने पर बांध से पानी छोड़े जाने को लेकर अपनी तैयारी रखें। इसके लिए जरूरी सूचना तंत्र को भी एक्टिवेट रखने के निर्देश उन्होंने दिए।