” शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, इस सीजन में अभी तक 230 पॉजिटिव मरीज मिल चुके है । शनिवार को एक बड़े प्राईवेट हॉस्पिटल में बाल संरक्षण अधिकारी की मौत
हो गई है, डेंगू को ले कर – के स्वास्थ्य विभाग ने 6 जगहों का हॉटस्पाट जोन बनाया है, जहां सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे है।
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रायगढ़ । कई घरों में हालात ऐसे हैं कि एक ही परिवार से दो से तीन पॉजिटिव मरीज मिल रहे है । बड़ी बात यह सामने आ रही हैं कि मितानिन या हेल्थ विभाग के कर्मचारी जब प्रभावित इलाकों में डेंगू के मच्छर एडिज मच्छर का लार्वा जांचने के लिए पहुंच + रहे है तो उन्हें घरों में घूसने नहीं दिया जा रहा है। उनके साथ दुर्व्यव्हार की जा रही है, ऐसे में आने वाले दिनों में स्वास्थ्य विभाग पुलिस से भी मदद लेने की भी बात कही जा रही है।
फॉगिग सही तरह से नहीं कराया जा रहा
डेंग प्रभावित इलाकों में नगर निगम के कर्मचारियों को फॉगिंग करने के लिए कहा गया है, स्वास्थ्य अमले कहना हैं कि मोहल्लों के बाहर में तो फॉगिग कराई जा रही है, घरों के भीतर भी फॉगिग कराया जाए, लेकिन वह नहीं हो पा रहा है। लार्वा पनपने में नालियों सफाई जरुरी है, लेकिन उस पर भी नगर निगम सजग नहीं है ।
शहर का यह इलाका हॉटस्पाट जोन बना हुआ है
शहर में 6 हॉटस्पाट जोन बना हुआ है । जिसमें गौशाला पारा, पुलिस लाइन, केवड़ाबाड़ी, केवटापारा, लालटंकी, बैकुण्पुर सहित 4 वार्ड ऐसे है जो डेंगू में ज्यादा प्रभावित हो रखा है। मलेरिया अधिकारी डॉ टीजी कुलवेदी ने बताया कि दरअसल डेंगू के एडिज मच्छर के लार्वा इन इलाकों में इसके अंडे है । इन्ही पुरानें अंडो रहने की वजह से मानसून और अभी के मौसम साफ होंने की वजह से इसका असर ज्यादा खतरनाक होते जा रहा है, ऐसे में लोगों को भी जागरुक हो करके साफ पानी जमाव की स्थिति ना बने ।
पैथोलेजी सेंटर रिपोर्ट नहीं करने की बात सामने आई
डेंगू में यह बात सामने आ रही हैं कि लोग लंबे समय तक बुखार आने की वजह से लोग जांच नहीं कराने की बात भी सामने आ रही है। बाल संरक्षण अधिकारी की मौत हुई है, उसमें भी डेंगू की जांच सही तरह नहीं किया गया। प्लेटलेट काफी कम हो गया । इधर प्राईवेट लैब्रोटरी और लैब में भी किट से कितना डेंगू की जांच हो रही है, इसकी जानकारी लैब से जुड़े लोग स्वास्थ्य विभाग नहीं दे रहे है, इसकी पूरी रिपोर्टिंग भी विभाग नहीं मिल पा रही है। सोमवार को इसमें कड़ाई बरतनने के निर्दश दिए गए है। एलाइजा रिपोर्ट सौ फीसदी रिपोर्ट सही रहती है, वह जांच सिर्फ मेडिकल कॉलेज में होती है। वही सिर्फ पता चल पा रहा है। लोगों को मितानिनो और हेल्थ वर्करों कहा जा रहा हैं कि उन्हें लक्षण दिखता है जांच जरुर कराए । मलेरिया अधिकारी डॉ टीजी कुलवेदी ने बताया कि शनिवार को बाल कल्याण अधिकारी मौत की बात सामने आई है, इसमें अभी पूरी रिपोर्ट नहीं आई है, कहा जा रहा हैं कि उन्हें डेंगू के साथ पीलिया की भी बीमारी थी, हार्ट अटैक आया है। इसमें सारी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।