रायगढ़। शिक्षा जगत के क्षेत्र में बच्चों व विद्यार्थियों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए संकल्पित है शहर का डेल्ही वर्ल्ड पब्लिक स्कूल। स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती अनिता अग्रवाल व प्रिंसिपल श्रीमती प्रिया सिंह के विशेष मार्गदर्शन में इस स्कूल ने महज पांच वर्ष के अल्पकाल में ही समाज के बच्चों को अच्छे संस्कार, अच्छी शिक्षा, बौद्धिक विकास व आधुनिक सामयिक ज्ञान देकर कामयाबी की एक नयी दास्तां का नव निर्माण कर रहे हैं। यही वजह है कि नर्सरी से ग्यारहवीं तक के बच्चों व विद्यार्थियों को वर्तमान परिवेश की हर आधुनिक तकनीकी शिक्षा के माध्यम से व विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के जरिए उनको हर वर्ष कामयाबी का नवपथ भी मिल रहा है और स्कूल के विद्यार्थी भी अपनी मेहनत व अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा की बदौलत स्कूल, परिवार, शहर व राज्य का मान राष्ट्रीय स्तर में बढ़ा रहे हैं।
विद्यार्थियों की सीमित संख्या
डेल्ही वर्ल्ड पब्लिक स्कूल प्रबंधन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या को सीमित रखी गई है ताकि क्लास में जितने विद्यार्थी हैं उनको और भी बेहतर ढंग से ज्ञानार्जन कराया जा सके। इसी तरह नर्सरी क्लास के मासूम बच्चों को उनके मनोभाव का ख्याल रखते हुए बौद्धिक क्षमता को प्रखर बनाने के प्रयोजन से उन्हें एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है ताकि वे हर चीजों को आसानी से समझ व सीख सकें।
रोबोटिक सिस्टम से पढ़ाई
वहीं प्राथमिक से बारहवीं बोर्ड तक के विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा से अवगत कराते हुए उन्हें रोबोटिक सिस्टम एआई के जरिए पढ़ाई दी जा रही है। जिससे उनको समझने में आसानी हो साथ ही अध्ययन व ज्ञानार्जन में भी वृद्धि हो। इसी तरह एआई के माध्यम से उनको रिसर्च की भी शिक्षा दी जा रही है ताकि वे भविष्य में सफलता की ओर निरंतर अग्रसर रहे। इसके साथ – साथ कला ज्ञान को भी महत्व देते हुए सभी बच्चों को वेस्ट चीजों से नयी खूबसूरत व उपयोगी चीजें बनाने की कला भी सिखाई जा रही है ताकि इस हुनर में भी वे पारंगत रहें।
आधुनिक व परंपरागत गतिविधियों का समावेश
स्कूल में बच्चों व विद्यार्थियों को जहाँ आधुनिक शिक्षाएं दी जा रही हैं। वहीं उनको भारतीय संस्कार व हर परंपरागत संस्कृति से रुबरु कराने व इनसे जोड़ने के लिए अभिनव पहल करते हुए समयानुसार विभिन्न राष्ट्रीय, धार्मिक, सामाजिक, वैज्ञानिकता व्यवहारिकता, मनोरंजनात्मक को तरजीह देते हुए विभिन्न गतिविधियों को नव्यता के साथ वृहद कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। जिसमें भाग लेकर यहां के बच्चे व विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का कमाल का प्रदर्शन करते हैं। इसी तरह सभी बच्चों की प्रतिभा को परखते हुए उनकी पसंद अनुरूप कला को समक्ष लाते हुए उनको मंच प्रदान कर उनकी कला को निखारने साथ ही उनको बढ़ाने के पवित्र उद्देश्य से स्कूल के सभी स्टॉफ सदस्यगण पूरे मनोयोग से हर पल समर्पित रहते हैं।
नेशनल व ओलम्पियाड में कर चुके हैं प्रतिनिधित्व –
डेल्ही वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में खासकर नवमीं से ग्यारहवीं तक के विद्यार्थियों को इम्तिहान में उनको सफलता दिलाने के उद्देश्य से प्रारंभिक स्तर से महत्वपूर्ण विषयों व शैक्षणिक चीजों को क्रमानुसार गहराई के साथ अध्ययन कराया जाता है ताकि विद्यार्थी भविष्य में आईआईटी, जेईई व हर प्रतियोगी परीक्षा में भी पहली बार में सफल हो जाएं। इसी तरह प्रशासनिक व अन्य क्षेत्रों में सफलता दिलाने के लिए भी उनको पढ़ाई के अतिरिक्त सामान्य ज्ञान की विशेष शिक्षाएं दी जा रही हैं। वहीं विगत वर्ष स्कूल की सफलता ग्राफ सौ प्रतिशत था व नेशनल व ओलम्पियाड प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व व कामयाबी हासिल कर इस स्कूल के विद्यार्थी स्कूल, घर – परिवार, जिले व राज्य का मान राष्ट्रीय स्तर में बढ़ा रहे हैं।
बच्चे ही देश के भावी भविष्य हैं
डॉयरेक्टर अनिता अग्रवाल का कहना है कि हमारे समाज के बच्चे ही देश के भावी भविष्य होते हैं। इसलिए बचपन से ही उनको अच्छे संस्कार व अच्छी शिक्षा अवश्य देनी चाहिए और इन्हीं बुनियादी चीजों को पहली प्राथमिकता देते हुए स्कूल प्रबंधन बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाने दृढ़ संकल्पित है।
प्रयोजनमूलक शिक्षा से आगे बढ़ेंगे विद्यार्थी
स्कूल की प्रिसिंपल प्रिया सिंह ने कहा कि विगत एक दशक के अंतराल में शिक्षा का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुके हैं जो समयानुसार नितांत जरुरी भी है। इसलिए वर्तमान परिवेश अनुरुप आधुनिक तकनीकी के माध्यम से प्रयोजनमूलक व रोजगारपरक शिक्षा बच्चों व विद्यार्थियों को दी जा रही है। जिससे वे अपने उद्देश्य में पूरी तरह से सफल रहें।