पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेत्र, दिनभर रही गहमागहमी का माहौल
गहमागहमी के बीच नगर पंचायत घरघोड़ा में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास
गरमा गरम माहौल के बीच हुआ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान
मुख्य रणनीतिकार राकेश पाण्डेय रहे
रायगढ़ टॉप न्यूज 01 मई। जिले के घरघोड़ा में भाजपा समर्थित नगर पंचायत अध्यक्ष का अविश्वास प्रस्ताव पूर्ण बहुमत से पारित हो गया।भाजपा समर्थित नगर पंचायत की कुर्सी जाने से कांग्रेस में खासा उत्साह है। दरअसल नगर पंचायत घरघोड़ा में अध्यक्ष शिशु सिन्हा की कार्यशैली को लेकर पार्षद खफा थे। जिससे अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। आज सोमवार को एसडीएम ऋषा ठाकुर ने अविश्वास प्रस्ताव के सम्मिलन बुलाया। सम्मिलन में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 में पड़े। साथ ही विपक्ष में 3 मत पड़े। इस तरह अविश्वास प्रस्ताव पूर्ण बहुमत पारित हो गया। बताया जाता है कि 15 पार्षद वाले नगर पंचायत में भाजपा समर्थित पार्षदों की संख्या 8 और कांग्रेस समर्थित पार्षदों की संख्या 7 है। जिससे अध्यक्ष पद को लेकर काफी काफी खींचतान की स्थिति रही।
जिले के नगर पंचायत घरघोड़ा में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज हुए चुनाव में पार्षदों ने वोट डाले। वोटिंग में कांग्रेस को 11 मत मिला। जबकि भाजपा जे खाते में 3 मत आए। संख्या बल होने के बाद भी चुनाव में करारा हार का सामना करने के उपरांत सवा तीन साल बाद कांग्रेस ने घरघोड़ा नगर पंचायत में अविश्वास मत में विश्वास 11 मत से विश्वास हासिल कर अध्यक्ष की कुर्सी को अपने कब्जे में की है। इस पूरे मामले में कांग्रेस का पक्ष मजबूत करने में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अरुण मालाकार, जिला महामंत्री विकास शर्मा और राकेश पाण्डेय की सधी रणनीति और मेहनत से यह परचम लहराया है।
आपको बता दें कि घरघोड़ा के नगर पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 2 निर्दलीय और 8 कांग्रेसी पार्षदों ने कलेक्टर को सौंपा था। कलेक्टर ने सीएमओ से परीक्षण कराने के बाद 1 मई को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने की घोषणा की थी।
घरघोड़ा की राजनीति शुरू से ही अनोखी रखी है, पिछले बार कांग्रेस का बहुमत होने के बावजूद क्राॅस वोटिंग के कारण बीजेपी के उम्मीदवार को जीत हासिल कर ली थी। बताया जाता है कि बीजेपी समर्थित नगर पंचायत के वर्तमान अध्यक्ष शिशु सिन्हा और उपाध्यक्ष उस्मान बेग के बीच तालमेल नहीं बैठ पा रहा था । उस्मान ने 10 पार्षदों के साथ कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव के लिए पत्र दिया था।
अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा समर्थित नगर पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी जाने के बाद कांग्रेस समर्थित नगर पंचायत अध्यक्ष बनने की संभावना बढ़ गई है। अविश्वास प्रस्ताव के लिए बुलाए गये सम्मिलन के दौरान कार्यालय भवन के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्षों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। हालांकि पुलिस ने मामला शांत करा दिया। मौके पर पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में बल तैनात किया गया था।