रायगढ़ टॉप न्यूज 23 मई। पर्वतारोही याशी जैन अब किसी पहचान की मोहताज नही है । याशी ने अपनी कम उम्र मे ही वो कारनामा कर दिखाया है जिसने हर माता पिता का नजरिया अपनी बेटियो के प्रति बदल दिया है । पर्वतारोही याशी ने ईश्वर की कृपा और आपकी प्रार्थनाओ से रायगढ और छत्तीसगढ का मान सम्मान देश प्रदेश मे और बढाया है और वह देश की सबसे कम उम्र की बिटिआ बन गई है जिन्होने मात्र 26 घंटे मे माऊंट एवरेस्ट (विश्व का हाईयेस्ट) और माऊंट लोत्से ( विश्व का चौथा हाईयेस्ट) को फतह कर हमारा महान तिरंगा और बेटी बचाओ का परचम फहराया है । आज हर माता पिता चाहता है कि उसकी भी बेटी हो और वो याशी जैसा परचम बुलन्द करें ।
ज्ञातव्य है कि याशी की माऊंट एवरेस्ट यात्रा रायगढ से 1 अप्रैल को शुरू हुई थी और 17 मई को सुबह 5:45 पर एवरेस्ट पर फिर लगभग 26 घंटे बाद ही उन्होने माऊंट लोत्से फतह कर लिया था । और यह सफलता पाने वाली भारत की वह सबसे कम उम्र की बिटिया बन गई है ।





रायगढ का ऐसा नाम रौशन करने वाली हमारी बिटिआ याशी बुधवार लगभग शाम 5 बजे रायगढ पहूँच रही है । जहाँ पर वो सीधे दिगम्बर जैन मंदिर पहूँच कर ईश्वर का धन्यवाद ज्ञापित करेंगी और तत्पश्चात गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी । याशी बिटिआ के पारिवारिक मित्र ऋषि वर्मा जी (वर्मा वाँच ) ने बताया कि याशी शाम 5 बजे वाय रोड रायगढ पहूँच कर सीधे दिगम्बर जैन मंदिर पहूचेंगी । जहाँ रायगढ के गणमान्य नागरिक याशी का अभिनन्दन करेंगे । साथ ही जैन समाज के युवा मंडल के मंत्री अनल नुक्की जैन ने बताया कि याशी पूरे विश्व मे सकल जैन समाज की पहली बिटिआ है जिन्होने यह उपलब्धी हासिल कर पूरे जैन समाज का गौरव बढाया है । बुधवार शाम अभिनन्दन के पश्चात पूरे जोश-उत्साह से एक बड़ी रैली के रूप मे समस्त गणमान्य याशी को उनके घर तक छोड़ने जायेगे । अतः आप सभी से अनुरोध है कि याशी का अभिनन्दन करने सभी शाम 5 बजे दिगम्बर जैन मंदिर अवश्य पहूचें ।
