छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर 10 लोगों से 44 लाख 20 हजार रुपये ठगे और थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र
निर्माण कार्य का झांसा देकर छह लाख रुपये वसूला था
नौ करोड़ के अनुदान दिलाने का झांसा देकर 12 लाख रुपये ऐंठे थे
नाबार्ड टेंडर के नाम पर 50 लाख की ठगी की थी
आरोपी के साथ छह अन्य व्यक्तियों के नाम भी सामने आए, फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रही
रायगढ़ टॉप न्यूज 22 मई 2025। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के कुशल मार्गदर्शन में रायगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार अलग-अलग ठगी मामलों में फरार चल रहे आरोपी रंजीत चौहान को ओडिशा के नवरंगपुर जिले के उमरकोट गांव में थाना कोतवाली, चक्रधरनगर और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर उसे पकड़ा। आरोपी रंजीत चौहान(29 साल)रायगढ़ के डुमरपाली गांव का रहने वाला है और उसके खिलाफ थाना कोतवाली में एक तथा चक्रधरनगर में तीन गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपी से सघन पूछताछ की जा रही है।






जानकारी के अनुसार, 20 मार्च को थाना चक्रधरनगर में दर्ज एक ठगी के मामले के बाद से रंजीत फरार था। उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया था और सोशल मीडिया सहित किसी भी डिजिटल माध्यम पर सक्रिय नहीं था। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सीएसपी आकाश शुक्ला और डीएसपी (साइबर सेल) अनिल विश्वकर्मा के नेतृत्व में गठित टीम लगातार आरोपी की तलाश में लगी थी। उसके जान-पहचान वालों से बार-बार पूछताछ की जा रही थी, पर कोई ठोस जानकारी नहीं मिल रही थी। अंततः एक परिचित के पास आए कॉल नंबर को खंगाला गया, जिससे पता चला कि रंजीत ओडिशा सीमा पर स्थित उमरकोट गांव में छिपा है। तत्काल पुलिस टीम वहां रवाना होकर उसे दबोच लाई।
आरोपी के विरुद्ध दर्ज मामलों में पहला मामला थाना चक्रधरनगर में अपराध क्रमांक 119/2025 है, जिसमें उसने 22 अप्रैल 2022 से 26 जुलाई 2023 के बीच छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर जुर्डा निवासी उत्तम कुमार प्रधान और अन्य 10 लोगों से कुल 44 लाख 20 हजार रुपये ठगे और फर्जी नियुक्ति पत्र थमाए।
दूसरा मामला अपराध क्रमांक 139/2025 में राजकिशोर साहू से फाउंडेशन के नाम पर निर्माण कार्य का झांसा देकर छह लाख रुपये वसूले, जिनमें से केवल 4.25 लाख रुपये लौटाए गए। तीसरा मामला थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 150/2025 है, जिसमें कमला इंटरप्राइजेज के संचालक अनिल गर्ग से नौ करोड़ के अनुदान दिलाने का झांसा देकर 12 लाख रुपये ऐंठे गए। चौथा और सबसे ताजा मामला 21 मई को दर्ज किया गया जिसमें जांजगीर-चांपा निवासी अनिता साहू से नाबार्ड टेंडर के नाम पर 50 लाख की ठगी की गई। इस मामले में आरोपी के साथ छह अन्य व्यक्तियों के नाम भी सामने आए हैं। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दी जा रही है ।एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन एवं सीएसपी श्री आकाश शुक्ला, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा के सुपरविजन में हुई इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक सुखनंदन पटेल, थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक अमित शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक श्याम देव साहू, प्रशांत पंडा, प्रेम उरांव और आरक्षक रविंद्र गुप्ता की भूमिका उल्लेखनीय रही, साथ ही कोण्डागांव, साइबर सेल का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है । आरोपी को आज गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
