Raigarh News: बंगाल की कंपनी ने बारूद फैक्ट्री के लिए पहले खरीदी जमीन अब काटने लगे पेड, वनवासी क्षेत्र इसलिए व्यापक विरोध

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घरघोड़ा एसडीएम के पास दो माह पहले डायसर्वसन प्रक्रिया हुई थी, कंपनी को इस क्षेत्र में काम करने का अनुभव भी नहीं

रायगढ़। घरघोड़ा के छर्राटांगर के पास डोकरबुड़ा में बारूद फैक्ट्री लगाने के लिए प्रक्रिया चल रही है, ग्रामीण इसका विरोध में उतर गए है । ग्रामीण नहीं चाहते कि उनके गांव के करीब बारूद फैक्ट्री लगे, उनके इस फैक्ट्री लगने से ब्लॉस्ट से और प्रदूषण से वहां के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, अभी वहां प्लांट लगाने के लिए पेड कटाई का काम चल रहा है, मंगलवार को ग्रामीणो ने पेड़ कटाई के काम को रोकने के लिए एसडीएम के नाम ज्ञापन भी सौंपा है। ग्रामीणों ने 291 पेज का आपत्ति पत्र नायब तहसीलदार को दिया है।













तीन फैक्ट्री चल रही है,अब एक और उद्योग- बताया जाता हैं कि अभी जिले में खतरनाक स्तर के विस्पोटक की तीन प्लांट नियमों के विरूद्ध चल रहे है और अब एक और प्लांट की कंपनी जिसका नाम ब्लैक डायमंड एक्सप्लोसिव्स भी यहां पर खोलने की तैयारी कर रहा है, इस प्लांट को खोलने के पहले ही इसका विरोध शुरु हो गया है। हालांकि इस उद्योग को लगाने की प्रक्रिया कागजी रूप में चार माह पहले से शुरु हो गया था, पश्चिम बंगाल की इस कंपनी ने ०.८०९० हैक्टेयर जमीन यहां पर खरीदा है, इस कंपनी के डायरेक्टर आलोक खेतान की ओर से प्रतीक वर्मा पिता अजय वर्मा ने इस जमीन रजिस्ट्री कराई है। रजिस्ट्री कराने के बाद एसडीएम रमेश मोर के पास डायवर्सन के लिए आवेदन लगाया गया, बड़ी दिलचस्प बात यह है कि इस कंपनी को कुछ माह पहले तक इतने बड़े बारूद प्लांट लगाने का कोई लाईसेस भी नहीं था। बावजूद राजस्व सहित अन्य विभागों आंख मूंदकर इस प्लांट को लगाने के लिए मंजूरी दे दिए जाने की बात कही जा रही है, घरघोड़ा का इलाका अनुसूचित क्षेत्र में आता है, यहां पर पेशा कानून लागू है। अनुसूचित समाज से जुड़े लोगों के हितों ध्यान रखना जरुरी होता है, इसमें प्लांट में जो पाल्यूशन निकलता है, वह बहुत खतरनाक होता है। इनसब बातों को दरकिनार कर प्लांट लगाना कंपनी प्रबंधन ने शुरु कर दिया है।

बंगाल के बर्धमान से जुड़ी है कंपनी-
ग्रामीणों ने बताया कि राबो गांव के करीब डोकरबुड़ा क्षेत्र में ब्लैक डायमंड एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बारूद फैक्ट्री लगाने का काम किया जा रहा है, ग्रामीण वनोपज प्राप्त करते थे, लेकिन वनोपज भी उन्हें नहीं मिल सकेगा। इसके अलावा पास में ही स्कूल, आंगनबाड़ी भी है, बारूद फैक्ट्री लगता है तो इसका असर बच्चों पर भी पड़ेगा। ग्रामीणों के बताया कि इसके अलावा कई ऐसी परेशानी ग्रामीणों को झेलनी पड़ेगी। सुत्रों के अनुसार ब्लैक डायमंड कंपनी का मुख्यालय पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में है, इसके डायरेक्टर आलोक अग्रवाल, मनोज अग्रवाल और आलोक खेतान है, जमीन को प्रतीक वर्मा के नाम पर खरीदी गई है।

जांच के बाद होगी कार्रवाई
घरघोड़ा नायब तहसीलदार सहोदर पैंकरा ने बताया कि ग्रामीण ब्लैक डायमंड एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लगाए जाने वाले प्लांट का विरोध कर रहे हैं। कल ग्रामीणों ने आवेदन सौंपा है। इस मामले में उचित जांच कर जो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।





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