रायगढ़। स्थानीय श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय राजापारा रायगढ़ में बसंत पंचमी के उपलक्ष में मां सरस्वती पूजन एवं प्रख्यात तबला वादक स्वर्गीय उस्ताद जाकिर हुसैन श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया सर्वप्रथम महाविद्यालय के समस्त गुरुओं ,छात्र-छात्राओं द्वारा मां शारदा की विधिवत पूजा अर्चना की गई, पूजा अर्चना के पश्चात विगत दिनों 14 दिसंबर 2024 को अपने दौर के सबसे सफल तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन जी ने अपनी अंतिम सांसे ली ऐसे प्रख्यात तबला वादक को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय एवं मधुगुंजन संगीत समिति राजापारा रायगढ़ द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलन के साथ इस सदि के शीर्षस्थ कलाकार स्वर्गीय उस्ताद जाकिर हुसैन जी के कला यात्रा आख्यान के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम के द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया, जिसमें सर्वप्रथम खैरागढ़ से पधारे श्री पुष्पराज देवांगन जी के द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुत हुई हुई तत्पश्चात महाविद्यालय के तबला गुरु श्री दीपक साहू जी (बिलासपुर )द्वारा तबला सोलो की आकर्षक प्रस्तुति दी गई इसके पश्चात अगली प्रस्तुति के रूप में रायपुर से आमंत्रित कलाकार श्री बी शरत द्वारा तबला सोलो की प्रस्तुति दी गई उसके पश्चात दोनों तबला वादकों की जुगलबंदी का भी आनंद दर्शकों ने लिया दो विभिन्न धरानो के तबला वादको कि जुगलबंदी का अद्भुत मेल एवं एक नई उपज से सभागार तालियों से गूंज उठा तबला जुगलबंदी के पश्चात महाविद्यालय के अतिथि गायन गुरु श्री लालाराम लोनिया जी (रायपुर) का ध्रूपद शैली में शास्त्रीय गायन एवं बडा ख्याल की सुरीली प्रस्तुति हुई अंतिम प्रस्तुति के रूप में खैरागढ़ से आमंत्रित कलाकार श्री पुष्पराज देवांगन जी का गजल गायन हुआ जिसमें उन्होंने मेहंदी हसन गुलाम अली एवं पंकज उदास के लोकप्रिय गजलों से कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
, सभी आमंत्रित कलाकारों के सम्मान के साथ उक्त कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा एवं आभार प्रदर्शन गुरु श्री शरद वैष्णव के द्वारा की गई , कार्यक्रम में वरिष्ठ कलाविद मनोज श्रीवास्तव ,श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय के संचालक एवं वरिष्ट कथक गुरु शरद वैष्णव, समन्वयक श्रीमती रोशनी वैष्णव गुरु जेनिफर जोसेफ, गुरु निधि बाजपई, सचिव मधुगुंजन संगीत समिति श्री सनत वैष्णव, श्रीमती बृहस्पति देवी, सहित कला रसिकों एवं वरिष्ठ छात्र-छात्राओं की अपार उपस्थिति रही