आई.वी.एफ. पद्धति से डॉ. आर. एल. हॉस्पिटल की डॉ प्रिया अग्रवाल की अभिनव पहल
रायगढ़ टॉप न्यूज 14 मार्च 2024। जिले का सुप्रसिद्ध डॉ आर. एल. हॉस्पिटल की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रिया अग्रवाल ने डॉ. आर. एल. हॉस्पिटल में एक और दंपत्ति को आई. वी. एफ पद्धति से संतान सुख देकर उनकी जिंदगी व उनके परिवार को खुशी देने में कामयाब रहीं।
वरदान बना आई. वी. एफ पद्धति – –
जानकारी के मुताबिक ग्राम ओढेकेरा जिला जांजगीर चाम्पा निवासी इन दंपत्ति को विवाह के 30 वर्षो के बाद माता – पिता बनने का सुख प्राप्त हुआ है। दंपत्ति को संतान सुख नहीं मिलने से आंतरिक मन से निराश थे फिर जब इन्हें एक दिन अखबार के माध्यम से डॉ. प्रिया अग्रवाल मैडम के आई. वी. पद्धति से ईलाज के बारे में पता चला। इन 30 वर्षो में इतनी कठिनाईयों का सामना करने के बाद उनको आर. एल हॉस्पिटल में उम्मीद की रोशनी मिली। वहीं कहते हैं न अंत भला तो सब भला वर्षो इंतजार बाद के बाद आई. वी. एफ. पद्धति द्वारा प्रथम प्रयास में ही इन्हें सफलता मिली और महिला को 49 वर्ष की आयु मे माँ बनने का सुख प्राप्त हुआ। विगत 28 फ़रवरी 2024 को महिला ने एक स्वस्थ पुत्री को जन्म दिया।
और भी दंपत्ति को मिला संतान सुख – –
इसके साथ दो अन्य दंपत्तियों ने भी अपना परिवार पूर्ण किया। पूँजीपथरा तुमीडीह निवासी एक महिला की आयु मात्र 26 वर्ष होने के साथ भी वह पीसीओडी समस्या के साथ प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने असमर्थ रही तत्पश्चात डॉ प्रिया अग्रवाल द्वारा पी. सी ओ. डी समस्या के साथ भी महिला को प्रथम आई. वी. एफ. प्रक्रिया द्वारा प्रथम प्रयास में ही सफलता मिली और वह एक स्वस्थ पुत्री को जन्म दिया।इसी तरह भटगांव बिलाईगढ़ निवासी विवाह के 8 वर्षो के बाद भी प्रेग्नेंसी नहीं रुकने पर बाराद्वार शिविर में डॉ प्रिया अग्रवाल द्वारा बताए गए ईलाज द्वारा आई. वी. एफ प्रक्रिया के जरिये प्रथम प्रयास में ही महिला ने विगत 8 मार्च 2024 को एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया और संतान सुख से उनके जीवन में खुशहाली आई।
कहते हैं डॉ. प्रिया
नामचीन स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रिया का कहना है कि जब प्राकृतिक रूप से महिला गर्भावस्था के चक्र तक नहीं पहुंच पाती हैं तो उसे बाँझपन कहते हैं। वहीं महिला माँ बन पाए इसके लिए बाँझपन के कारणों का उचित निदान होता है और एक सहायक प्रजनन तकनीकों के मदद से गर्भ ठहराने की की कोशिश की जाती है।वहीं डॉ आर एल. हॉस्पिटल पिछले 15 वर्षो से लगातार अपनी बेहतरीन आई. वी. एफ पद्धति, निदान विश्वस्तरीय सुविधा के लिए जाना जाता है यहाँ का आई. वी. एफ. सफलता दर करीब 80 से 85 प्रतिशत है l डॉ प्रिया अग्रवाल का मानना है की आई. वी. एफ उपचार कितना महँगा और परेशानी भरा होता है l आपकी इस परेशानी को दूर करने के लिए हम ईलाज के प्रत्येक चरण में सदैव सहायता प्रदान करते हैं।