रायगढ़। रायगढ़ शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सांप निकल रहे हैं। सावन शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को फिर 11 अंडों से 13 अजगर के बच्चे निकले हैं। वहीं, एक कुएं से भी कोबरा के 11 बच्चों का रेस्क्यू किया गया है।
कुछ दिन पहले सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम को कुर्मापाली के एक घर के आंगन में 11 अंडे मिले थे। अंडों की हालत पानी पड़ने की वजह से बहुत खराब हो चुकी थी, कुछ अंडे डैमेज दिख रहे थे। उनमें बच्चों के जीवित रहने की उम्मीद कम थी, लेकिन रेस्क्यू टीम ने बल्ब की नीचे रखकर उनकी जान बचाई।
सर्परक्षक एंड एनिमल रेक्स्यू टीम के पदाधिकारियों ने बताया कि अंडों की हालत बहुत खराब थी, पर उन्हें 60 वॉट के बल्ब के नीचे एक निश्चित दूरी बना कर रखा गया। ऐसे में 10 घंटों के अंदर अजगर के सभी बच्चे सुरक्षित अंडों से निकले।
बताया जा रहा है कि अजगर के सभी बच्चे स्वस्थ हैं और अब इन्हें वनकर्मियों की मौजूदगी में सुरक्षित जंगल में छोड़ा जाएगा। इसके अलावा रेक्स्यू किए गए अन्य सांपों को भी जंगल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है।
वहीं रविवार को पतरापाली कोतरलिया में रहने वाले गजानन साहू के कुएं में कोबरा के बच्चों का रेस्क्यू किया गया। सर्परक्षक टीम सूचना मिलने के बाद वहां पहुंची और कुएं से एक-एक कर 11 कोबरा के बच्चों को बाहर निकाला गया। इसमें 6 बच्चे मर चुके थे जिनमें 3 तो पूरी तरह से गल चुके थे।
वहीं 5 की हालत बहुत ज्यादा खराब थी। सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम के सदस्यों ने बताया कि पूरी तरह गल जाने के कारण ऐसा लगा था कि वे कुएं में तीन-चार दिन से गिरे हुए थे। इसके बाद जिंदा बच्चे 5 कोबरा के बच्चों को गर्म स्थान पर रखकर उन्हें सामान्य किया गया।
सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष विनितेश तिवारी ने बताया कि अंडे देखकर नहीं लग रहा था कि उसके से अजगर के बच्चे निकलेंगे, पर मेहनत सफल हुई और 11 अंडे से 13 अजगर बच्चे निकले। सभी स्वस्थ्य हैं और इसकी जानकारी वन विभाग के DFO को दी गई है। अब अजगर और कोबरा के बच्चों को जंगल में छोड़ा जाएगा।
ये हैं टीम के सदस्य
रायगढ़ सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कई सालों से सांपों का रेस्क्यू किया जा रहा है। इस टीम में सर्परक्षक एंड एनिमल रेस्क्यू टीम के विनितेश तिवारी, जय नारायण खर्रा, सुमित बेहरा, रवि मिरी, जय यदु, नीरज साव शामिल हैं।