Raigarh: जिंदल आशा की छात्रा ने पैरा आर्चरी में जीता पदक

0
121

 

रायगढ़. जयपुर में आयोजित छठवीं पैरा आर्चरी नेशनल चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 पदक हासिल किए हैं। इसमें छत्तीसगढ़ की टीम का नेतृत्व कर रही जिंदल स्टील एंड पॉवर की सोशल आर्म जिंदल फाउंडेशन द्वारा संचालित विशेष बच्चों की संस्था जिंदल आशा के रायगढ़ केंद्र की छात्रा श्याम बाई सिदार ने हरिओम के साथ मिलकर आर्चरी मिक्स्ड राउंड में कांस्य पदक जीता। तोमन कुमार ने रैंकिंग राउंड में रजत और ओलंपिक राउंड में और अमित कुमार ने कंपाउंड मिक्स टीम में कांस्य पदक जीता।
जिंदल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिंदल ने इस उपलब्धि के लिए टीम को बधाई देते हुए उन्हें निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। श्रीमती जिंदल के मार्गदर्शन में जिंदल आशा में विशेष बच्चों को उनकी प्रतिभा के अनुकूल बेहद संवेदनशीलता से प्रशिक्षण दिया जाता है। परिणामस्वरूप इस केंद्र के बच्चे रायगढ़ के साथ ही प्रदेश का नाम देश—दुनिया में रोशन कर रहे हैं। जिंदल आशा प्रभारी गौरव कपूर ने बताया कि श्यामबाई सिदार ने अपनी मेहनत और लगन से सिर्फ 15 दिनों के प्रशिक्षण में यह उपलब्धि हासिल की है। यह दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्रोत है। प्रशिक्षण में जिंदल आशा की विशेष प्रशिक्षक चंचला पटेल एवं श्याम कुमार सिदार का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं छत्तीसगढ़ आर्चरी एसोसिएशन के महासचिव आयुष मुरारका ने भी टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। जिंदल स्टील एंड पॉवर, रायगढ़ संयंत्र के कार्यपालन निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने जिंदल आशा के विशेष बच्चों सहित छत्तीसगढ़ की पूरी टीम को बधाई देते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया और उनके अभिभावकों के धैर्य और साहस की सराहना की। सीएसआर विभाग के महाप्रबंधक रोचक भारद्वाज ने भी टीम को बधाई देते हुए दोहराया कि जिंदल फाउंडेशन विशेष बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखेगा। उल्लेखनीय है कि जिंदल फाउंडेशन द्वारा संचालित विशेष बच्चों की संस्था जिंदल आशा, विशेष बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यहां विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सशक्त बनाने का प्रयास किया जाता है। इसमें प्रारंभिक हस्तक्षेप, फिजियोथेरेपी, व्यावसायिक चिकित्सा, विशेष शिक्षा, भाषण चिकित्सा, व्यावसायिक और कौशल प्रशिक्षण शामिल है। साथ ही विशेष बच्चों को खेलों में भाग लेने के लिए प्रशिक्षण और प्रोत्साहित किया जाता है।





















LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here