रायगढ़ : कोल मिनिस्ट्री ने खरसिया में बर्रा कोल ब्लॉक का आवंटन किया है। इसका विरोध कर रहे ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे थे। उनका कहना था कि किसी भी हाल में अपनी जमीनें कोयला खदान के लिए नहीं देंगे। खरसिया तहसील में बर्रा कोल ब्लॉक का आवंटन होने के बाद भारी विरोध शुरू हो गया है।
कोयला मंत्रालय ने बर्रा कोल ब्लॉक का आवंटन भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड को किया था। नीलामी के जरिए बालको ने इस कमर्शियल कोल ब्लॉक को हासिल किया था। जून 2022 में करीब 24 कोल ब्लॉक के लिए 38 बिड आई थी। दोबारा हुई नीलामी में 11 खदानों के लिए कंपनियों ने बोली लगाई।
खरसिया के बर्रा कोल ब्लॉक के लिए भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड ने बोली लगाई थी। इस खदान के लिए किसी दूसरी कंपनी ने बिड ही नहीं डाली थी। कोल मिनिस्ट्री ने कोल ब्लॉक डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन एग्रीमेंट भी साइन करवा लिया है। प्रभावित होने वाले गांवों में पुरजोर विरोध शुरू हो गया है।
मंगलवार को बर्रा, जोबी आदि गांवों के करीब सौ ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे थे। उन्होंने बर्रा कोयला खदान के कारण गांवों के उजडऩे और प्रदूषण बढऩे की वजह बताते हुए कोल ब्लॉक के लिए जमीन नहीं देने की घोषणा की है। उनका कहना है कि वे खेती करके जीवन-यापन कर रहे हैं। कोयला खदान खुलने से उन्हें परेशानी होगी।