प्रोजेक्ट पवित्रा: आर्ट ऑफ लिविंग‌‌ रायगढ़ टीम द्वारा करवाया गया निःशुल्क शिविर

0
37

 

रायगढ़, 23 फरवरी 2024/आर्ट ऑफ लिविंग ने किशोरियों के मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट पवित्रा नामक एक पहल शुरू की है।























आर्ट ऑफ लिविंग एक गैर-लाभकारी शैक्षिक और मानवीय संगठन है जिसकी दुनिया भर के 180 से अधिक देशों में उपस्थिति है। 1981 में श्री श्री रविशंकर द्वारा स्थापित यह संगठन हिंसा मुक्त और तनाव मुक्त समाज बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

यह समग्र संवेदीकरण कार्यक्रम मासिक धर्म को संभालने, व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में लड़कियों के ज्ञान में सुधार करने और इंटरैक्टिव और आकर्षक प्रशिक्षण विधियों के माध्यम से उनके अनुत्तरित प्रश्नों का उत्तर देकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह इस मुद्दे से जुड़े मिथकों और वर्जनाओं को दूर करने के लिए भी जानकारी प्रदान करता है। लड़कियों को योग आसन, साँस लेने के व्यायाम (प्राणायाम), मुद्रा प्राणायाम और ध्यान भी सिखाए जाते हैं जो मासिक धर्म की परेशानी से राहत दिलाते हैं।

व्यापक कार्यक्रम मासिक धर्म, मासिक धर्म स्वच्छता, उपलब्ध उत्पाद टोकरी, निपटान और उपचार पर पूरी जानकारी प्रदान करता है, और लड़कियों और महिलाओं को हानिकारक सामाजिक-सांस्कृतिक मानदंडों को संबोधित करने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास और आत्म-प्रभावकारिता से लैस करता है।

आर्ट ऑफ लिविंग रायगढ़ टीम ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 19 से 21 फरवरी तक 3 दिवसीय निःशुल्क प्रोजेक्ट पवित्रा कार्यशाला का आयोजन किया था। 120 से अधिक लड़कियों ने भाग लिया और कार्यशाला से लाभान्वित हुईं।
इसके अलावा, छात्राओं को पर्यावरण-अनुकूल पुन: प्रयोज्य सैनिटरी नैपकिन की जानकारी दी गई और ये किट उन्हें निःशुल्क वितरित की गईं।

यह पर्यावरण-अनुकूल पुन: प्रयोज्य सैनिटरी नैपकिन 26 वर्षीय पीएससी अभ्यार्थी सुश्री विनीता पटेल द्वारा उपलब्ध कराया गया था। उनकी पहल का नाम ‘आरुग’ फाउंडेशन है, जिसका छत्तीसगढ़ी भाषा में मतलब ‘शुद्ध’ होता है।

ये किट हमारी समाजसेवी एवं असाधारण व्यक्तित्व की धनी प्रायोजक श्रीमती प्रेमा अग्रवाल (एनआर) के साथ-साथ हमेशा सेवा में तत्पर आर्ट ऑफ लिविंग रायगढ़ टीम के योगदान से उपलब्ध कराए गए थे।



































LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here