भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर बच्चों का करें कैरियर गाइडेंस
कलेक्टर श्री गोयल ने शिक्षा के गुणवत्ता, पोषण और स्वच्छता के संबंध में दिए निर्देश
रायगढ़, 10 जनवरी 2024/ बच्चों को बोर्ड परीक्षा की तैयारियों तक सीमित ना रखें, उन्हें कंपीटिशन एग्जाम के लिए भी तैयार करें। हमें बच्चों को भविष्य की संभावनाएं के अनुसार प्लानिंग कर तैयार करना होगा, जिससे उन्हें बेहतर और उज्जवल भविष्य मिल सके। इस कार्य में आपका महत्वपूर्ण योगदान होगा उक्त बातें आज कलेक्टर श्री गोयल ने सृजन सभा कक्ष में शिक्षा गुणवत्ता, पोषण और स्वच्छता की बैठक में प्राचार्यो से कही।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि वर्तमान में सभी स्कूल बोर्ड परीक्षा परिणाम तक सीमित रह गए हैं, आप सभी और बेहतर कर सकते हैं। हमें बच्चों को उच्च शिक्षा, प्रोफेशनल एग्जाम के लिये तयार करना होगा। हमारे जिले में अन्य जिले की अपेक्षा निजी क्षेत्र में अधिक जॉब्स हैं, लेकिन स्किल के अभाव में हम उन मौकों का लाभ नहीं उठा पाते, आपको उनमें स्किल डेवलप करना होगा। हमें नीट, जेईई जैसे कोर्स के लिए उन्हें तैयार करना होगा। इसके लिए एप्टीट्यूड टेस्ट करवाए। जिससे उनमें कंपीटिशन का भाव पैदा होगा। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में वार्षिकोत्सव का आयोजन कर, बच्चों को कार्यक्रम के माध्यम से मंच प्रदान करें। इससे उनकी झिझक दूर होगी। ऐसे कार्यक्रमों में अपने आसपास के योग्य व्यक्तियों को आमंत्रित कर मोटिवेशनल स्पीच के माध्यम से कैरियर गाइडेंस प्रदान करवाए, जिससे बच्चों को कैरियर चुनने में सहायता मिल सके।
कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि बच्चों का पोषण आहार महत्वपूर्ण हैं। पोषण के लिए मध्यान्ह भोजन का बेहतर होना आवश्यक हैं। उन्होंने मध्यान्ह भोजन में मुनगा का भी उपयोग करने के लिए कहा। इसके साथ ही निजी स्कूल प्राचार्यो को कैंटीन से जंक फूड एवं कोल्ड ड्रिंक रिप्लेस करने को कहा ताकि बच्चों पौष्टिक आहार मिल सके।
स्वच्छता को लेकर बच्चों को करें जागरूक
कलेक्टर श्री गोयल ने सभी प्राचार्यो को निर्देशित किया कि हमें बच्चों के व्यवहार में स्वच्छता को शामिल करना होगा। बच्चों को वाशरूम, टॉयलेट यूज करने के संबंध में यूनिसेफ द्वारा बनाए गए वीडियो का उपयोग करें, ताकि हमारे बाद अन्य कोई ऐसे स्थान को उपयोग करें तो किसी प्रकार की दिक्कत न हो। कलेक्टर श्री गोयल ने कहा कि बालिकाओं के सेहत के लिए माहवारी स्वच्छता भी महत्वपूर्ण हैं। स्कूली शिक्षिका द्वारा ऐसे बच्चियों को माहवारी स्वच्छता के संबंध में चर्चा करते हुए यूनिसेफ के वीडियो के माध्यम जानकारी दे। इसके साथ ही स्वच्छता के अभाव में होने वाली समस्याओं की जानकारी देते हुए स्वच्छता के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए।