जशपुर/ पत्थलगांव। जिले में पंडरापाठ क्षेत्र का प्रमुख पर्यटन स्थल हर्रापाठ में मुख्य सड़क की बदहाली को दूर करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों का ध्यानाकर्षण कराने के लिए स्कूली बच्चे और उनके अभिभावकों ने सड़क पर धान की खेती करके अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है।
दरअसल, हर्रापाठ से सोनक्यारी तक की 11 किलोमीटर सड़क कई सालों से अधूरी पड़ी है। बरसात के दिनों में स्कूली बच्चों को कीचड़ और पानी के गढ्ढों से आवागमन में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस सड़क के निर्माण के लिए प्रशासनिक अधिकारी और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का अनेक बार ध्यान आकर्षित कराया जा चुका है, लेकिन इस सड़क की बदहाली अब और बढ़ गई है। स्कूली बच्चे और ग्रामीणों ने इस सड़क के पानी भरे गढ्ढों में धान की रोपाई कर वाहनों का आवागमन बाधित करके अपना अनोखा विरोध दर्ज कराया है।
कीचड़ से लतपथ इस अधूरी सड़क से स्कूल जाने में विद्यार्थियों को प्रतिदिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसी वजह लोगों ने सड़क के गड्ढों में धान का रोपा लगाने का फैसला किया है। जनाक्रोश का यह अनोखा तरीका देखकर वाहन चालकों ने स्वत: अपने वाहनों को खड़ा कर दिया था। जशपुर-सन्ना मार्ग में हर्रापाठ से सोनक्यारी तक की 11 किलोमीटर तक की सड़क कई सालों से अधूरी पड़ी है।इस सड़क पर बारिश के दिनों में बड़े-बड़े गढ्ढे हो गए हैं । वहीं सोनक्यारी गांव में सड़क दलदल में तब्दील हो गई है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों और राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।