जशपुरनगर। जिले के कुनकुरी से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 के खसरा नम्बर 241/2 की भूमि का फर्जी ढंग से एसडीओ कुनकुरी एवम अन्य लोगो के द्वारा प्रबंधक फादर सुपीरियर सोसायटी ऑफ कैथोलिक संस्था को 3 करोड़ 76 लाख रुपये का मुआवजा देने का मामला अब दिल्ली पहुँच चुका है ।विदित हो कि उक्त मामले के पीड़ित पक्षकार वीरेंद्र लकड़ा ने मामले कि शिकायत राष्ट्रीय जनजाति आयोग नई दिल्ली से की थी ,जिस पर संज्ञान लेते हुए आयोग के अनुसंधान अधिकारी एच आर मीणा ने कलेक्टर जशपुर रवि मित्तल को नोटिस प्रेषित किया है जिसकी प्रति आवेदक वीरेंद्र लकड़ा को भी प्रेषित की गई है ,उक्त नोटिस में आयोग ने शिकायत की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट नोटिस मिलने के 15 दिवस के भीतर भेजेने का निर्देश दिया है ।आयोग ने यह भी लिखा है कि यदि नोटिस का जबाब समय पर नहीं दिया गया तो संविधान के अनुछेद 338 का उपयोग करते हुए सीधे आयोग में उपस्थित होने हेतु सम्मन भी भेजा जा सकता है ।
आपको बता दें कि इस मामले की शिकायत आवेदक वीरेंद्र लकड़ा के द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी को भी की गई है जिसकी प्रति एसडीएम कुनकुरी को देने के दूसरे दिन ही एसडीएम कुनकुरी के द्वारा शिकायत के बगैर जांच किए आनन फानन में मीडिया में जबाब भेजकर मामले का पटाक्षेप कर दिया था ।आपको यह भी बता दें कि आवेदक के द्वारा अजाक्स थाना जशपुर में भी मामले की लिखित शिकायत की गई है किंतु उक्त शिकायत पर थाना प्रभारी अजाक्स के द्वारा आज पर्यंत तक कोई कार्यवाही नहीं कि गई है।बहरहाल देखना यह होगा कि उक्त नोटिस का जबाब जिला प्रशासन के द्वारा क्या दिया जाता है और शिकायत पर आगे आयोग के द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है ?ग्राउण्ड जीरो ई न्यूज इस बड़े मामले पर अपनी नजर बनाए हुए है और मामले की हर पल की खबर आप तक पहुचाने हेतु अपना दायित्व निभा रहा है।