रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला मुख्यालय में सोमवार की सुबह न्यायालय परिसर में देवरानी-जेठानी के बीच बच्ची को ले जाने की बात का लेकर मारपीट शुरू हो गई। दोनों के बीच हुए मारपीट का यह वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक चक्रधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम विश्वनाथ पाली का रहने वाला सुबोध प्रधान बीते 4 साल से अपनी पत्नी से अलग रहता है। दोनो के बीच तलाक का प्रकरण एक एक साल से कुटुम्ब न्यायालय में चल रहा है।





न्यायालय के आदेशानुसार उनकी एक बेटी का पालन पोषण सुबोध प्रधान के द्वारा किया जा रहा है। न्यायालय के आदेशानुसार कल बच्ची को उसकी मां सावित्री प्रधान से मिलाना था। जिसके तहत सुबोध अपनी भाभी सरस्वती प्रधान के साथ बच्ची को लेकर न्यायालय परिसर पहुंचा था। दोपहर करीब 1 बजे बच्ची को उसकी मां से मिलाने से के बाद जब वे लोग वापस अपने गांव लौट रहे थे इसी बीच अचानक सावित्री प्रधान अपनी बेटी को अपने साथ ले जाने उसका हाथ पकड़कर खींचने लगी, जिसका विरोध करने पर सावित्री और सरस्वती के बीच मारपीट शुरू हो गई। इस दरम्यान जहां सरस्वती का मंगलसूत्र टूटकर गिर गया और हाथ, गाल के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में चोट आई है। न्यायालय परिसर में देवरानी और जेठानी के बीच हो रहे मारपीट को मौके पर मौजूद लोगों ने अपने मोबाईल में कैद कर लिया था जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
इस मामले में सुबोध प्रधान के अधिवक्ता राजीव कालिया का कहना है कि पारिवारिक न्यायालय कक्ष में जबकि पीठासीन न्यायाधीश अवकाश में थे। बच्ची की माता से बच्ची नहीं मिलना चाह रही थी क्योंकि माता के द्वारा बच्ची से मारपीट किया जाता है ऐसी परिस्थिति में बच्ची अपनी माता के पास नहीं जाना चाह रही थी तब माता के द्वारा बच्ची से आक्रमण व्यवहार न्यायालय कक्ष में ही प्रारंभकर दिया गया था।
