बिलासपुर। सांप का नाम सुनकर और देखकर अच्छे-अच्छे लोगों के हाथ-पैर कांप जाते हैं और पसीने छूटने लगते हैं। ऐसे अगर किसी के शरीर पर सांप फन काढ़कर खड़ा हो जाए, तो सोचिए क्या होगा ? ऐसा ही वाकया छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सामने आया है, जहां घर पर सो रही महिला के ऊपर कोबरा नाग सांप चढ़कर फन काढ़कर खड़ा हो गया। इस बीच महिला की बेटी की नजर सांप पर पड़ी। फिर अपनी मां को आवाज दी। गनीमत यह रही कि सांप ने महिला को डसा तक नहीं। सांप का नाम सुनकर ही हाथ-पैर कांपने लगते हैं। ऐसे में गांव की एक महिला हाथ में लिपटे कोबरा नाग के साथ चार घंटे तक दम साधे पड़ी रही। ऐसा कर उसने अपने साथ-साथ बेटी की भी जान बचा ली.
दरअसल, कोनी थाना क्षेत्र के गतौरी निवासी यशोदा लोनिया (35) गांव में ही रोजी-मजदूरी करती है। मंगलवार की रात को वह अपनी बेटी रोशनी (18) के साथ तखत पर सो रही थी। करीब दो बजे उसके हाथ में कुछ रेंगने का एहसास हुआ। पता चला सांप है तो समझदारी से काम लेते हुए पहले अपनी बेटी रोशनी को बिस्तर से उठकर जाने के लिए कहा।
रोशनी ने कमरे की लाइट जलाई तो देखा कि नाग उसकी मां के हाथ को लपेटकर फन लगाए बैठा था। उसने तत्काल घर में और रिश्तेदारों को जानकारी दी। रात में ही सपेरे की तलाश शुरू हुई। पास के गांव रमतला से सपेरे को बुलाया गया। उसके पहुंचने तक सुबह के करीब 6 बज चुके थे। सपेरे ने सांप को किसी तरह महिला के हाथ से अलग किया। इस समय तक महिला बिना हिले-डुले दम साधे सोई रही।
डसने का डर सता रहा था, फिर भी हिम्मत रखकर शांत रही
यशोदा लोनिया ने बताया कि मैं सो रही थी। उसी समय अचानक सांप मेरे ऊपर चढ़ गया। डसने का डर सता रहा था। फिर भी संयम रखकर शांत रही। चार घंटे तक हर पल मुझे सांप का डर सता रहा था। रात में पीठ पर कुछ रेंगने का एहसास होने पर बेटी रोशनी को उठाया। उसने ही बताया, सांप है।
इस बीच वह पीठ से सामने आ गया और दाएं हाथ को लपेट लिया। मैंने उसे दूर किया और देवर सोनू को बुलाने के लिए कहा। उनके आने से हल्ला होने पर सांप ने फन से मेरे हाथ को दो बार छुआ, लेकिन उसने डसा नहीं और शांत ही रहा। सुबह होते सपेरा आया तो पहली कोशिश में वह छूट गया। किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। डर तो लग रहा था, लेकिन हिम्मत बनाए रखा। चार घंटे तक सोई रही।