जेल में बड़ी संख्या में सजायाफ्ता महिला एवं ऐसी महिलाएं जिनके मामले न्यायालयों में लंबित हैं, निरूद्ध रहती हैं। इन महिला बंदियों के साथ उनके छोटे बच्चे भी जेल में रहते हैं तथा कुछ बच्चों को ’’मुक्ताकाश’’ अभियान के अंतर्गत् संचालित स्थान पर रखा जाता है । ये निर्दोष बच्चे जेल के वातावरण में अपनी माताओं के साथ ऐसे अपराध की सजा भुगतते रहते हैं, जो उन्होनें नहीं किया है। लगातार जेल में रहने और दुःख की स्थिति में रहने से अवसाद पैदा होता है। ऐसे समय में जेल के अंदर जेल के वातावरण से पृथक एक अलग प्रयास ’’प्रोजेक्ट खुशी’’ के रूप में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा रोटरी क्लब बिलासपुर के संयुक्त प्रयासों से प्रथम बार जेल में प्रारंभ किया जा रहा है । इसके अंतर्गत् जेल में निरूद्ध महिलाओं के लिए योगा, मीडिएशन, मेंहदी लगाने का प्रशिक्षण और प्रतियोगिता, ड्राईंग, गायन, फैंसी ड्रेस, नृत्य, नुक्कड़ नाटक आदि प्रतियोगिताएं एवं कार्यक्रम आयोजित किए जावेंगे, वहीं जेल में निरूद्ध महिलाओं के साथ रह रहे तथा अभियान संस्था के ’’मुक्ताकाश’’ में रह रहे बंदी महिलाओं के बच्चों के लिए भी विभिन्न प्रकार के खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। जिससे उनको जेल के वातावरण से पृथक वातावरण में सांस लेने का मौका मिल सके और वे जेल की दुनिया के बाहर के लोगों से भी मिल सकें।
कार्यक्रम के दौरान् महिलाओं के लिए सिलाई मशीन आदि का वितरण किया जावेगा। वहीं बच्चों के लिए खेलकूद आदि का सामान भी वितरित करने की व्यवस्था रोटरी क्लब बिलासपुर द्वारा की गई है। कार्यक्रम 6 मई के प्रात: से 07 मई की संध्या तक संचालित किया जावेगा। 07 मई की संध्या इस कार्यक्रम के अंतर्गत् होने वाली प्रतियोगिताओं तथा कार्यक्रम आदि के पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र का वितरण माननीय श्री न्यायमूर्ति गौतम भादुड़ी-कार्यपालक अध्यक्ष छ.ग.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य आतिथ्य में तथा रोटेरियन हमीदा सिद्दीकी-अध्यक्ष रोटरी क्लब बिलासपुर तथा श्रीमती वाणी राव -अध्यक्ष, अभियान संस्था (मुक्ताकाश) की उपस्थिति में किया जाएगा।
कार्यक्रम की तैयारी श्री आनंद प्रकाश वारियाल-सदस्य सचिव छ.ग.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं रोटेरियन हमीदा सिद्दीकी- अध्यक्ष रोटरी क्लब बिलासपुर के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में रोटरी क्लब के सदस्यों एवं विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की जा रही है।