Raigarh News: आप रहे सावधान! ट्रैफिक पुलिस ने 4 माह में 10 हजार चालान काटे, 1 करोड़ 23 लाख रूपए की पेनाल्टी लगाई

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ओवर स्पीड, मोबाइल में बात करते गाड़ी चलाई, ट्रैफिक नियम तोड़ा तो ऑनलाइन आ रहा चालान

पांच ट्रैफिक अफसरों को पीओएस मशीन दिया, इंटरसेप्टर से भी हाईवे में ऑनलाइन चालान काट रहे













रायगढ़। अब आप यदि गाड़ी ओवर स्पीड चलाएं, मोबाइल में बात करते हुए गाड़ी चलाएं या तीन सवारी गाड़ी चलाएं इसके अलावा किसी भी तरह का कोई ट्रैफिक तोड़ा जाता है तो अब ऑनलाइन चालान आपके मोबाइल में आ जा रहा है। पिछले चार माह में ही 10 हजार 183 ऑनलाइन चालान का केस बनाया गया है, जिसमें 1 करोड़ 23 लाख 60 हजार 300 रूपए का ऑनलाइन चालान से ही पेनाल्टी लगाई गई है। दरअसल ट्रैफिक नियमों की अवेहलना करने पर इंटर सेप्टर मशीन ट्रैफिक विभाग को उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा पुलिस के अफसरों को दिया है,

पांच पीओएस मशीनें हैं, जिसे ट्रैफिक उसमें ऑनलाइन चालान के लिए अफसर मोबाइल से भी ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान बनाकर ऑनलाइन भेजने का नियम है। यह खासकर ऑनलाइन चालान को शहर के बाहर नेशनल और स्टेट हाईवे के अलावा शहर में चौड़ी चौड़ी सड़के हैं, आउटर इलाकों के अलावा सिटी के कुछ चुनिंदा जगहों में यह कार्रवाई की जा रही है। इंटरसेप्टर में ही 273 केस दर्ज किया गया है, इसमें सबसे ज्यादा गाड़ियां हाईस्पीड चलाने पर ही ऑनलाइन चालान काटा गया है। जिसमें चार माह में ही 4 माह में 2734 केस दर्ज किया गया है। जिसमें 27 लाख 15 हजार 250 रूपए का पेनाल्टी इसी अंतराल में लगाया गया है, यह इंटरसेप्टर वाहन से ही इतनी बड़ी संख्या में ऑनलाइन चालान काटा गया है।

इसी तरह ई चालान से जुड़ी मशीन पीओएस और अफसरों के मोबाइल से सबसे ज्यादा ऑनलाइन चालान काटा गया है, जिसमें चार माह में ही 7449 ई चालान कटा है, जिसमें 96 लाख 45 हजार 50 रूपए का ऑनलाइन चालान काटा गया है।

जनवरी से लेकर अप्रैल तक लगी पेनाल्टी

शहर में अभी ट्रैफिक तोड़ने वाले गाड़ियों पर कार्रवाई करने के लिए पांच पीओएस मशीने दी गई है, जो ट्रैफिक डीएसपी, टीआई और एएसआई रैंक के अफसरों को यह मशीन उपलब्ध कराई गई है। उनके मोबाइल में भी यह सुविधा दी गई है, इसमें विशेष तौर पर राईड करने, तीन सवारी घूमने, मोबाइल में बात करते हुए गाड़ी चलाने, नो पार्किंग में गाड़ी लगाने, सिग्नल क्रांस करने, साईलेंसर मोडिफाई कर गाड़ी चलाने, बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने जैसे कई तरह ट्रैफिक तोड़ने में इस तरह की पेनाल्टी लगाई जा रही है। इसमें न्यूनत्तम पेनाल्टी में करीब 300 रूपए लगाए जा रहे है और अधिकत्तम पेनाल्टी में की कोई सीमा तय नहीं है।

इतना पेनाल्टी देना पड़ेगा

मोडिफाई साईलेंसर में 5 हजार रूपए, बिना लाईसेंस के गाड़ी चलाने पर 1 हजार, सिंग्नल क्रास करते है तो 2 हजार रूपए, मोबाइल में बात करते हुए गाड़ी चलाते है तो 3 हजार रूपए की पेनाल्टी, ओवर स्पीड चारपहिया वाहनों में 1 हजार रूपए जैसे कई सारे ट्रैफिक नियमों तोड़ने पर यह पेनाल्टी लगाई जा रही है। जिसमें 100 से अधिक नियमों पर यह पेनाल्टी लगाए जाने का प्रावधान है, पुलिस के अनुसार यदि शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते है तो उसमें सीधे न्यायालय में पेश किया जाना है।

ओवर स्पीड पर सबसे ज्यादा कार्रवाई खरसिया रोड में

राज्य स्तर पर हर जिलों में एक इनोवा इंटरसेपटर की गाड़ी दी गई है, जिसमें गाड़ी के ऊपर कैमरे लगे है, वहीं इस गाड़ी में ओवर लोड या गाड़ी कोई शराब पीकर चलाता है तो उसकी भी जांच इसी गाड़ी से ही हो जाती है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार अभी इस गाड़ी को खरसिया रोड में ही खड़ा किया जा रहा है, क्योकि सबसे ज्यादा हादसा इसी सड़क में हो रहा है। इसलिए इंटरसेपटर को यही खड़ी की जा रही है, यहां पर ओवर स्पीड की गाड़ियों पर ऑटो चालान सबसे ज्यादा भेजा जा रहा है। जो न्यूनत्तम 1 हजार रूपए पेनाल्टी लग रही है।





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