रायगढ़। देवी अहिल्या बाई होलकर जयंती सप्ताह में पर 21 से 31 में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी तारतम्य में सोमवार को कबीर चौक सामुदायिक भवन में आयोजित सुशासन तिहार समाधान शिविर में देवी अहिल्या बाई होलकर की स्मृति में फोटो प्रदर्शनी, एवं स्वच्छता दीदियों का स्वास्थ्य परीक्षण आयोजित किया गया।






कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महापौर जीवर्धन चौहान ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होल्कर न केवल एक शासक थी, बल्कि एक प्रेरणादाई व्यक्तित्व थी, जिन्होंने 18वीं सदी में महिलाओं की शक्ति और नेतृत्व का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। देवी अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चांडी गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता मनकोजी शिंदे ने उन्हें शिक्षा और नैतिक मूल्यों का महत्व सिखाया। मालोजी राव होलकर से विवाह के बाद में वे होलकर वंश का हिस्सा बनी। पति और ससुर मल्हार राहुल कर की मृत्यु के बाद 1767 में उन्होंने मालवा का शासन संभाला। उस समय एक महिला का शासक बना असाधारण था, लेकिन अहिल्याबाई ने अपनी बुद्धिमत्ता और दृढ़संकल्प से सभी चुनौतियों को पार किया। उनका शासन काल न्याय, समृद्धि और विकास का प्रतीक था। उन्होंने अपनी प्रजा को मां की तरह प्यार किया और उनकी समस्याओं को सुनकर तुरंत समाधान किया। उनके शासन में उन्होंने सड़कों, धर्मशाला और मंदिरों का निर्माण कराया। काशी विश्वनाथ मंदिर और अन्य तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार उनके धार्मिक योगदान का सर्वोत्तम उदाहरण है।l उनकी सादगी और प्रजा के प्रति समर्पण ने उन्हें देवी का दर्जा दिलाया। अहिल्याबाई ने समाज सुधार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विधवाओं के सम्मान और पुनर्विवाह को प्रोत्साहन दिया जो उस समय क्रांतिकारी था। शिक्षा और व्यापार को बढ़ावा देकर उन्होंने मालवा को एक समृद्ध राज्य बनाया। उनकी सेवा ने बाहरी खतरों से राज्य की रक्षा की, जिससे उनके नेतृत्व क्षमता का पता चलता है। कार्यक्रम में एमआईसी सदस्य मुक्तिनाथ बबुआ एवं पार्षद सुश्री त्रिनिशा चौहान ने भी देवी अहिल्याबाई के जीवन की विरासत, प्रशासनिक कुशलता एवं समाज सुधारो से संबंधित तथ्यों एवं जीवन पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व महापौर श्री चौहान एवं जनप्रतिनिधियों ने देवी अहिल्याबाई होलकर की जीवन वृतांत पर आयोजित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में पार्षद यादराम पार्षद, अमरनाथ रात्रे, उपयुक्त सुतीक्षण यादव, कार्यपालन अभियंता अमरेश लोहिया सहित निगम के विभाग प्रमुख अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
727 आवेदनों का हुआ निराकरण
कबीर चौक सामुदायिक भवन में आयोजित प्रशासन तिहार समाधान शिविर में 727 आवेदनों का निराकरण किया गया। पूर्व के शिविर में 745 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसमें से 18 आवेदन अन्य विभागों से संबंधित थे, जिसे शीघ्र निराकरण करने के लिए संबंधित विभागों को भेजा गया है। पूर्व में के शिविर में आवास योजना एवं जल के 90, स्वच्छता से संबंधित 28 एवं राशन कार्ड से संबंधित 16 आवेदन मिले थे, जिसका निराकरण किया गया। इस मौके पर हितग्राहियों को राशन कार्ड का वितरण किया गया। इसतरह विभिन्न मांगों एवं शिकायत से संबंधित 745 आवेदन प्राप्त हुए। शिविर में स्वच्छता दीदियों के लिए देवी अहिल्याबाई होलकर जयंती सप्ताह के अंतर्गत स्वास्थ्य परीक्षण मेडिकल मोबाइल यूनिट के माध्यम से किया गया। जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा स्वच्छता दीदियों के स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निशुल्क दवाइयां दी गई।
