3 पंचवर्षीय के बाद भाजपा बनाएगी रायगढ़ जनपद में सरकार, चुनाव प्रभारी अशोक की रणनीति रही कारगर

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10 प्रत्याशियों ने भाजपा का झंडा किए बुलंद,दो कांग्रेस समेत निर्दलीय के समर्थन से 17 संख्या बल
रायगढ़। निकाय चुनाव में पूर्ण बहुमत प्राप्त कर भाजपा अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी डंका बज रहा है। आलम यह है कि रायगढ़ जनपद पंचायत में 3 पंचवर्षीय के बाद संख्या बल के लिहाज से भाजपा समर्थित अध्यक्ष की ताजपोशी लगभग तय मानी जा रही है। इसमें अध्यक्ष के लिए सुजाता समेत तीन नाम है। वहीं, उपाध्यक्ष के लिए भी तीन पुरूष दावेदार सामने आए है। सधी हुई राजनीति से
भाजपा समर्थित 10 जनपद सदस्य निर्वाचित हुए जबकि कांग्रेस से तीन टूटकर तथा तीन निर्दलीय भाजपा में आ गए। इससे कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्यों की संख्या 8 रह गई है।
रायगढ़ जनपद पंचायत में कुल सदस्य संख्या 25 है, जिसमें से चार क्षेत्र से भाजपा समर्थित जनपद सदस्य सुजाता सुखलाल चौहान, अनिता मुकेश पटेल, रामश्याम डनसेना और खेल कुमारी विद्या नायक के निर्विरोध निर्वाचन से भाजपा ने चुनावी रण से पहले की रायगढ़ जनपद में भाजपा समर्थित अध्यक्ष की ताजपोशी का ऐलान कर दिया था। भाजपा के करीबी सूत्रों की माने तो निर्विरोध निर्वाचित सुजाता सुखलाल चौहान को जनपद अध्यक्ष पद का दायित्व सौंपा जा सकता है। बताया जाता है कि रायगढ़ जनपद पंचायत में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा समर्थित जनपद अध्यक्ष बैठाने के लिए पार्टी सधी रणनीति के साथ चुनाव मैदान में उतरी। नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही चार जनपद सदस्यों के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ कर भाजपा की मजबूत पकड़ का अहसास करा दिया। इस तरह चुनाव के दौरान जबरदस्त घेराबंदी कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों को परास्त करने की रणनीति बनाई। बहरहाल जनपद रायगढ़ में इस बार भाजपा अपनी सरकार बनाने जा रही हैं। जिसमे उपाध्यक्ष-राजीव लोचन बेहरा,रामश्याम डनसेना,सोहन चौधरी का नाम सामने है वही अध्यक्ष के लिए तीन महिला दावेदार का नाम उभर कर आया है।

शिवकुमार,अंजू, सुजाता चौहान अध्यक्ष की रेस में
रायगढ़ जनपद पंचायत में अध्यक्ष पद सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित है, लेकिन मौजूदा राजनीतिक हालात में भाजपा अनुसूचित जाति वर्ग की महिला को अध्यक्ष पद का दायित्व सौंपा की तैयारी में है। जिसमें अध्यक्ष दावेदार- शिवकुमारी लाभो साहू,सुजाता सुखलाल चौहान,अंजू मिथिलेश पटेल का नाम रेस में शामिल है। इसमें सुजाता निर्विरोध चुनाव जीतकर आई है। इस वजह से उनका नाम लिस्ट में प्रथम पायदान पर है।











निर्दलीय समेत 17 पार्षद रायपुर जमाए डेरा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब भाजपा समर्थित 16 सदस्यों की एक ही जगह पर बुला लिया गया है। सभी सदस्य रायपुर में हैं ।इसमें अध्यक्ष उपाध्यक्ष के दावेदार भी शामिल हैं। भाजपा जनपद में घेरा बंदी कर सरकार बनाने के लिए कटिबद्ध नजर आ रही है। इस वजह से रायपुर में 10 भाजपा तथा 3 निर्दलीय एवं दो बागी के साथ 3 कांग्रेस समर्थित सदस्य है। इसके अलावा एक और कांग्रेस से टूटकर आने की बात कमोबेश राजनीतिक गलियारों से छनकर आ रही हैं।

अध्यक्ष का आफर कुमुदिनी ने कांग्रेस का ठुकराया
कांग्रेस सूत्रों से जो जानकारी छनकर आ रही है उसके मुताबिक कांग्रेस के पास सिर्फ 8 सदस्य ही हैं, जबकि 11 सदस्य चुनाव जीत कर आए थे। ऐसे में कांग्रेस किसी जोर अजमाइश का कोई प्रयास नहीं कर रही है। हालांकि यह भी चर्चा है कि कुमुदिनी छविलाल गुप्ता को अध्यक्ष पद का आफर भी कांग्रेस की ओर से दी जा रही है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वह भी अपने मूल पार्टी यानी भाजपा के साथ ही रहेंगी । उन्होंने अध्यक्ष पद का आफर को ठुकरा दिया है।

राजनीति में अशोक अग्रवाल की पृष्ठभूमि
अशोक अग्रवाल रायगढ़ जनपद क्षेत्र की राजनीति के चाणक्य माने जाते है। विगत 25 वर्षों से राजनीति में सक्रिय अशोक अग्रवाल की गिनती कांग्रेस के कद्दावर नेताओ में होती रही,राजनीति के 2 दशक पूर्व नंदकुमार पटेल के सिपहसलार रहे और वर्ष 2010 में जिला पंचायत का चुनाव जीत पूरे जिले में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे।15 वर्षो तक विपक्ष में भूमिका में अग्रणी रहने वाले अशोक अग्रवाल कांग्रेस की सत्ता आते ही उपेक्षित होकर कांग्रेस की माया से बाहर हो भाजपा के पक्ष में जाते दिखे। कांग्रेस सरकार की नीतियों का खुला विरोध भी गाहे बगाहे करते रहे। जनपद की राजनीति में अशोक अग्रवाल की पैठ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है जब 2015 में जब रायगढ़ जनपद में भाजपा की बहुमत थी और भाजपा का अध्यक्ष बनना तय था तभी चुनाव से 2 दिन पूर्व 2 जनपद सदस्यों को अपने पाले में लाकर कांग्रेस का अध्यक्ष बनवा दिया। वर्तमान में भाजपा द्वारा अशोक अग्रवाल की इसी काबिलियत पर विश्वास जताते हुए जनपद पंचायत रायगढ़ का प्रभारी बनाया गया।भाजपा संगठन के इस निर्णय पर खरे उतरते हुए अशोक अग्रवाल ने पुनः अपने नेतृत्व का लोहा मनवाते हुए कांग्रेस के 03 और 3 निर्दलीय जनपद सदस्यों को भाजपा के पाले में लाकर कांग्रेस की कमर तोड़ दिया।











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