रायगढ़। रामनवमी पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। विशेष तैयारियों के साथ निकाली गई शोभायात्रा ने पिछले कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ा दिया। हजारों रामभक्त की मौजूदगी में गाजेबाजे के साथ भगवान श्रीराम की आरती, जय श्रीराम के जयघोष, बाजे-गाजे और झांकियां शोभायात्रा में शामिल हुई। इस शोभा यात्रा में सभी समाज के लोग अपनी-अपनी झांकी के साथ शामिल हुए।





आयोजन समिति ने देश के अलग अलग राज्यों से नर्तक दलों को बुलाया. जिन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी लोगों का मन मोह लिया। रामनवमी के आयोजन में अलग-अलग भगवान की प्रतिमाएं शामिल रही. इसके अलवा मध्यप्रदेश के उज्जैन से डमरू दाल द्वारा डमरू सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. औक साथ ही हरयाणा से आये अघोरी और बाहुबली महादेव के वेश में कलाकारों ने अपना प्रदर्शन दिखाया. श्री राम की शोभा यात्रा का रायगढ़ नटवर स्कूल से शहर के सभी चौक-चौराहे होते हुए रामलीला मैदान में समापन किया गया।
जिले भर से आए लोगों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा. पूरा शहर भगवामय हो गया. दोपहर से देर रात तक पूरे शहर की रफ्तार थमी रही. कलाकारों ने एक से बढ़कर एक कला का प्रदर्शन किया. जिसने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. शोभायात्रा में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात रहे। साथ ही ड्रोन के माध्यम से भी शोभायात्रा की निगरानी की जा रही थी।
रविवार को शोभायात्रा में युवा, महिला, एवं बच्तों ने अपने हाथों में भगवा ध्वज धारण किये भगवान श्रीराम के जयकारे लगाते आगे बढ़े। यह शोभायात्रा शहर के मुख्यमार्गों से धीरे धीरे गुजरी। शहरवासियों ने आकर्षक झांकियों व शोभायात्रा का स्वागत किया। शहर लोगों ने मुख्य द्वार पर दीप जलाकर शोभायात्रा स्नेह पूर्वक स्वागत किया। गत वर्ष की तुलना में 60 हिन्दू समाज के मुखिया आयोजन समिति में शामिल रहे। 30 से अधिक समाज की अलग अलग झांकीया शोभा यात्रा में शामिल होकर भगवान श्री राम के अलौकिक को दर्शाया गया। इसके अलावा शोभायात्रा में युवा महिला व बच्चे भगवा ध्वज के साथ जय श्रीराम का उद्घोष करते रहे।
पुष्प वर्षा कर किया शोभायात्रा का स्वागत
शोभायात्रा निकलते ही श्री राम भक्त हजारों की संख्या एकत्र होने लगी। शोभायात्रा जहां-जहां से गुजरी सभी जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शहर में जगह-जगह दर्जनभर से अधिक स्थानों पर पुष्प वर्षा और जलपान कर शोभायात्रा का स्वागत किया गया।
प्रति वर्ष भव्य शोभा यात्रा में आकर्षक झाकियां
इस वर्ष मध्यप्रदेश के उज्जैन से डमरू दाल द्वारा डमरू बजाकर महाकाल की स्तुति की है। महाकाल की भस्म आरती की धुन पर डमरू वादन किया गया है। जिसे दे लोग मंत्रमुग्ध हो गए। आदिवासी नृत्य सब का मन मोह लिया. परांपरिक वेशभूषा में आदिवासी नृत्य ने बहुंत सुंदर प्रस्तुती दी। इस वर्ष आल लोगों को गुदगुदाने चार्लीन चैपलिन को बुलायै गया। जिसने अपने साइलेंट कॉमेडी से लोगों को खुब हसाया वहीं पीके की वेष में आये कलाकार ने अपनी एक अलग ही छाप छोड़ी. स्केटिंग रंगोली युवक की इस आर्ट लोगों के मन को छुआ स्केटिंग सवार युवक ने अपने हाथ की कलाकारी दिखाते हुए पल भर में ही सुंदर-सुंदर रंगोली बनाई. वहीं हरयाणा से आए अघोरी व बाहुबली महादेव के दल ने अपनी एक अलग ही छाप छोड़ दी भस्म लगाए अघोरियों नृत्य ने सब का मन मोहा उमकी भव्यता देखते ही बन रही थी. रामनवमी में इस वर्ष महिला कर्मा के दल को बुलाया गया जिसमें महिलाओं ने परांपरिक वेशभूषा एवं परिधानो के साथ मनमोहक कर्मा नृत्य किया. ओडिशा पूरी से आए घंटबाजा ने लोगों को अपने ओर आकर्षित इस दल में 30 लोग शामिल थे। इसके अलवा ग्लोवर से आए कलाकारों और 32 मुखी काली माता एवं बाहुबली हनुमान शामिल रहे।
इस तरह निकली शोभायात्रा
शोभायात्रा नटवर स्कूल प्रांगण से दोपहर 3 बजे प्रारंभ होकर स्टेशन चौक, गांधी गंज,रामनिवास चौक,गोपी टॉकीज चौक से गौरी शंकर चौक होते हुए शहर के प्रमुख मार्गो से गुजरती हुई रामलीला मैदान पहुंचेगी जहां विद्वान साधु, संतो द्वारा श्री राम की भव्य महाआरती के साथ इसका समापन किया गया।
चौक चौराहों मे स्टाल समापन में भंडारे का आयोजन
शोभा यात्रा में शामिल राम भक्तों के लिए चौक चौराहों मे स्टाल की व्यवस्था है जहां शीतल पेय जल आइसक्रीम एवं नाश्ते का प्रबंध रखा गया। वहीं शोभा यात्रा के समापन के दौरान रामलीला मैदान में भंडारे का आयोजन भी रखा गया।
