1101 निशान थामे श्याम भक्तों के साथ हजारों लोग हुए शामिल
कोलकाता से आए कलाकारों ने दी नृत्य नाटिका की आकर्षक प्रस्तुति
रायगढ़। चार दिवसीय विराट श्री श्याम महोत्सव के प्रथम दिन मंगलवार को गांधी गंज स्थित श्रीराम मंदिर से श्री श्याम प्रभु की भव्य निशान व शोभायात्रा निकाली गई, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए श्री श्याम मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। शोभा यात्रा का नगर के भक्तों ने जगह- जगह पूजा-अर्चना व आतिशबाजी कर भावभीनी स्वागत किया। श्री श्याम प्रभु की शोभा एवं निशान यात्रा करीब डेढ़ किलोमीटर लम्बी विशाल व ऐतिहासिक थी, जिसमें महिलाओं, बच्चों व पुरूष भक्तों ने अपने मेहंदी रचे हाथों से 1101 से भी ज्यादा श्री श्याम ध्वजा पकड़े हुए शामिल हुए। इस दौरान पूरा शहर श्री श्याम नाम के जयकारों से गूंजता रहा।
श्री श्याम मंडल के प्रचार मंत्री महावीर अग्रवाल ने बताया कि इस बार शोभायात्रा कई मायनों में अविस्मरणीय रही। इस बार श्री श्याम मंडल ने शोभायात्रा के लिए 1101 निशान बनवाए थे। निशान यात्रा गांधीगंज स्थित श्रीराम मंदिर से प्रारंभ होकर गांधी चौक होते हुए रामनिवास टाकीज चौक, गोपी टाकीज चौक, गौरीशंकर मंदिर, पुत्री शाला, लाल बिल्डिंग से पुराना हटरी चौक, गद्दी चौक, सुभाष चौक होते हुए संजय काम्प्लेक्स स्थित श्री श्याम मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई।
निशान यात्रा का जगह-जगह चौक-चौराहों पर बिस्कुट, पेयजल, कोल्डड्रिंक, पेयजल और मेवे व फूलों से उत्साह के साथ स्वागत किया गया। शोभा यात्रा के दौरान कोलकाता से आए कलाकारों ने श्री कृष्ण राधा एवं सखियों एवं श्याम प्रभु व शिव-पार्वती सहित अन्य देवी-देवताओं का रूप धरकर चौक-चौराहों पर आकर्षक नृत्य नाटिका प्रस्तुत की, जिसका सभी भक्तों ने पूर्ण रूप से आनंद उठाया। कलाकारों व श्याम भक्तों ने बीच-बीच में फूलों की होली खेली। इस बार शोभायात्रा में भठली की प्रसिद्ध बैंड पार्टी विशेष रूप से शामिल थी। शहर की कीर्तन मंडली भी शोभायात्रा में श्री श्याम प्रभु के भजनों की प्रस्तुति देते हुए चल रही थी। श्री श्याम प्रभु के भजनों व बाजे-गाजे के साथ श्यामभक्तों ने पूरे शहर को श्याम मय बना दिया।
अखंड ज्योत है अपार माया-श्याम देव की परबल छाया
आज श्री श्याम अखंड ज्योति पाठ से गूंजेगा शहर
श्री श्याम मंडल के अध्यक्ष राजेश चिराग, सचिव सचिन बंसल व प्रचार मंत्री महावीर अग्रवाल ने बताया कि संजय काम्प्लेक्स स्थित श्याम बगीची में आयोजित श्री श्याम महोत्सव के दूसरे दिन 22 नवंबर बुधवार को दोपहर 2 बजे श्री श्याम अखंड ज्योति पाठ प्रारंभ होगा, जो देर रात तक चलेगा। इस दिव्य अखंड ज्योति पाठ के वाचन के लिए कोलकाता से जाने-माने भजन गायक बालकृष्ण शर्मा को आमंत्रित किया गया है, जो ब्यासपीठ पर विराजमान होंगे। इसके लिए श्री श्याम मंडल द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। श्याम बगीची में भव्य व विशाल पंडाल में अखंड ज्योतिपाठ में शामिल होने वाले श्याम भक्तों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। इस बार अखंड ज्योति पाठ में बैठने वाले भक्तों की संख्या 301 होगी।
पाठ के बीच-बीच में कोलकाता से आए कलाकारों द्वारा श्री श्याम प्रभु की जीवन लीला का चरित्र चित्रण किया जाएगा, जो कलियुग से लेकर द्वापर तक श्री श्याम प्रभु के अवतरण एवं लीलाओं का संपूर्ण समावेश की आकर्षक प्रस्तुति दी जाएगी, जो यादगार रहेगा। श्री अग्रवाल ने बताया कि श्री श्याम प्रभु की द्वापर से लेकर कलियुग के प्रथम चरण में खाटू श्यामजी में साक्षात अपना शीश का अवतार लेकर श्याम नाम से घर-घर पूजित हो रहे हैं। यह पाठ अनेकों कष्टों को दूर कर चमत्कारी व मनोवांछित फल प्रदान करने वाला है। श्री श्याम मंडल ने सभी श्याम भक्तों से श्याम बगीची आयोजित श्री श्याम अखंड ज्योति पाठ में सपरिवार अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर जीवन धन्य करने की अपील की है।
सुमिरन मात्र से दूर हो जाता है भक्तों का संकट
श्याम मंडल के पूर्व अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि पुराणों के अनुसार महाभारत के युद्ध के दौरान वीर बर्बरीक ने अपनी अद्भुत बाण कला का कौशल दिखा कर भगवान श्रीकृष्ण को अचंभित किया एवं श्रीकृष्ण के कहने पर अपने शीश का दान देकर भगवान को प्रसन्न किया। महाभारत के बाद श्री कृष्ण द्वारा बर्बरीक के शीश को स्वयं में समाहित कर कलियुग में बर्बरीक को अपना प्यारा नाम श्याम समर्पित कर अपने ही नाम से घर घर पूजित होने का वरदान वीर बर्बरिक को श्री कृष्ण ने दिया। श्री कृष्ण ने अपनी 16 कलाओं का अवतारी होने एवं कलियुग में सुमिरन मात्र से तुम्हारे भक्तों का संकट क्षण में दूर होने का भी शुभाशीर्वाद प्रदान किया। वीर बर्बरीक कलियुग के प्रथम चरण में राजस्थान के सीकर जिले के खाटू धाम में श्री कृष्ण अवतार लेकर प्रकट हुए जो आज खाटूवाले श्री श्याम बाबा के रूप में जगविख्यात है। आज देश विदेश में श्री श्याम प्रभुु के करोड़ों की संख्या में अनुयायी भक्त हैं।