रायगढ़। रायगढ़ राजप्रिय हॉस्पिटल हर्निया के दर्द से पीड़ित 120 किलो वजनी मरीज का लेप्रोस्कोपी विधि से किया गया हर्निया का ऑपरेशन- हर्निया हो तो इसे टालना नहीं चाहिए जितनी जल्दी हो सके इसकी सर्जरी करानी चाहिए अन्यथा यह कई बार जानलेवा साबित हो सकता है।लेप्रोस्कोपी विधि से हर्निया का ऑपरेशन कराना अब आसान हो गया है इसकी मदद से इलाज किए गए मरीजों को मात्र 1 दिन में अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है उनको ऑपरेशन के घावों का दर्द भी नहीं सहना होता यह बातें राजप्रिय हॉस्पिटल रायगढ़ के संचालक एवं प्रसिद्ध सर्जन डॉक्टर राजकृष्ण शर्मा ने कहा, उन्होंने चर्चा की दौरान बताया की
प्रत्येक 100 लोगों में से 4 से 5 लोग हर्निया के दर्द से पीड़ित हैं, एक मरीज जो लगभग 120 किलो वजन का है वह हर्निया के दर्द से परेशान हमारे यहां जांच के लिए आया जांच में हमने यह पाया कि मरीज को हर्निया ही है और बहुत अधिक वजन होने के कारण इसका ऑपरेशन खुले विधि से नहीं किया जा सकता अतः डॉक्टरों की टीम ने यह निर्णय लिया की मरीज का ऑपरेशन लेप्रोस्कोपी विधि से किया जाना चाहिए ऑपरेशन हेतु ऑपरेशन की पूरी टीम तैयार थी डॉ राजकृष्ण शर्मा ने बताया कि दूरबीन पद्धति अथवा लेप्रोस्कोपी पद्धति द्वारा शरीर को कम से कम क्षति पहुंचती है एवं कम से कम रक्त स्राव होता है।
हमारे इस मरीज केस में हमने लेप्रोस्कोपी विधि का सहारा लिया एवं लेप्रोस्कोपी विधि से ही अंदर के टांके भी लगाए गए, साथ ही साथ जाली भी लगाया गया मरीज पूर्णता स्वस्थ है एवं घर जाने के लिए तैयार है राजप्रिय हॉस्पिटल अत्याधुनिक इलाज करने हेतु सदैव अपने आप को नई तकनीकों से अपडेट करता रहता है नई तकनीकों का उपयोग कर हम क्षेत्रवासियों को उत्तम से उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं अत्याधुनिक मशीनों एवं लेप्रोस्कोपिक की विधि ने इलाज को और अधिक सुगम बनाया है घावों के जल्दी ठीक होने एवं चल रहे नए शोधों पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।