Raigarh News: दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायगढ़ में वार्षिक समारोह का आयोजन

रायगढ़, 21 दिसंबर 2024. दिल्ली पब्लिक स्कूल रायगढ़ ने अपने बहुप्रतीक्षित वार्षिक समारोह ‘कलरव 2024’ को भव्यता और उत्साह के साथ मनाया। “गौरवशाली भारत” थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों की असाधारण प्रतिभा और रचनात्मकता को प्रदर्शित किया गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस भव्य दिव्य सांस्कृतिक संध्या के मुख्य अतिथि श्री प्रवीण तिवारी ‘एसडीएम’ रायगढ़, डॉ. के.वी. राव ‘ डीईओ ‘और श्री अनवर हुसैन ‘सरपंच’ सियारपाली थे, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। संस्था के ‘चेयरमैन’ श्री प्रमोद अग्रवाल , ‘निदेशक’ श्री सहज अग्रवाल एवं श्री शक्ति अग्रवाल अभिभावकों और पूर्व छात्रों के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए, जिससे यह एक यादगार सभा बन गई।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप-प्रज्वलन समारोह से हुई, जो अज्ञानता को दूर करने और ज्ञान का स्वागत करने का प्रतीक है। इसके बाद प्राचार्या श्रीमती पुष्पिता बृजकिशोर सिन्हा ने हार्दिक स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने पूरे वर्ष शैक्षणिक, खेल और पाठ्येतर गतिविधियों में स्कूल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कर्मचारियों, छात्रों और अभिभावकों के प्रति उनके अटूट समर्थन के लिए आभार भी व्यक्त किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रेरणादायक प्रार्थना गीत के साथ हुई जिसने इस सांस्कृतिक संध्या को सकारात्मक माहौल प्रदान किया। छात्रों ने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाले पारंपरिक और समकालीन नृत्यों सहित कई आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं।
कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण पुरस्कार वितरण समारोह था, जहाँ छात्रों को शैक्षणिक, खेल और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में उनकी उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि ने समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की सराहना की और छात्रों को और भी बड़ी उपलब्धियों के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का समापन हेड गर्ल द्वारा दिए गए धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिन्होंने कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। सांस्कृतिक संध्या का समापन राष्ट्रगान के साथ देशभक्ति के स्वर में हुआ, जिसने दर्शकों को गर्व और खुशी से भर दिया।
दिल्ली पब्लिक स्कूल रायगढ़ का वार्षिक समारोह ‘कलरव 2024’ प्रतिभा को पोषित करने और अच्छे व्यक्तित्व को आकार देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता का सच्चा प्रमाण था।