Raigarh News: पुलिस ने किया ‘गोल्डन ऑवर’ में जान बचाने वाले नेक नागरिकों का सम्मान; कोटवारों को भी दिए महत्वपूर्ण निर्देश

रायगढ़, 13 जुलाई 2025 – पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के निर्देश पर, आज रायगढ़ जिले के विभिन्न थानों में ग्राम कोटवारों की बैठकें आयोजित की गईं, जिसके साथ ही क्षेत्र के संवेदनशील नागरिकों को उनके सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया। इसी क्रम में, पूंजीपथरा थाने में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ सड़क दुर्घटनाओं के बाद “गोल्डन ऑवर” में घायलों की मदद करने वाले नागरिकों – गुड सेमैरिटन्स – का सार्वजनिक रूप से अभिनंदन किया गया।
कोटवारों को दायित्वों की जानकारी
कार्यक्रम की शुरुआत में, थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा ने ग्राम कोटवारों को उनके कर्तव्यों, जिम्मेदारियों और ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोटवार स्थानीय सूचना तंत्र की रीढ़ होते हैं और उनकी सक्रिय भागीदारी से अपराधों पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सकता है।
सड़क दुर्घटना में जान बचाने वालों का सम्मान
इसके बाद, पूंजीपथरा थाना क्षेत्र के दो नागरिकों – भुवनेश्वर सिंह राजपूत (ग्राम सामारूमा) और दिलीप कुमार राठिया (ग्राम आमापाली) – को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इन दोनों ने हाल ही में सामारूमा और राबो क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को पुलिस या एम्बुलेंस के पहुंचने से पहले ही अस्पताल पहुंचाया, जिससे उनकी जान बच सकी। थाना प्रभारी ने ऐसे प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि “गोल्डन ऑवर” के दौरान ये प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, और कानून के अनुसार ऐसे नागरिकों को किसी भी प्रकार की पुलिस जांच या कानूनी प्रक्रिया में अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाता।
अन्य सम्मान और जनभागीदारी का संदेश
कार्यक्रम में ग्राम कोटवार भगवती चौहान (ग्राम राबो), समारोह दास समारू दास (ग्राम पंचायत बगचबा) और डायल 112 के वाहन चालक तुलेश्वर राठिया व नारायण निषाद को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनके सेवा भाव को सराहा गया। उन्हें भविष्य में भी कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर थाना के उप निरीक्षक विजय एक्का, प्रधान आरक्षक राम प्रसाद यादव, राधेश्याम कमल सहित अन्य पुलिस स्टाफ और कई ग्राम कोटवार उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के माध्यम से पुलिस और जनता के बीच जनभागीदारी और आपसी सहयोग की भावना को सशक्त करने का संदेश दिया गया।






