चक्रधर समारोह 2025: सुर, ताल, छंद और घुंघरू के दसवें दिन रायपुर-भिलाई के इंडियन रोलर के रॉक गायन से गूंजा समारोह

छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलाईके, तू माने या ना माने जैसे गीतों को अपनी विशिष्ट शैली में प्रस्तुत कर बांधा समा
रायगढ़, 5 सितम्बर 2025/ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चक्रधर समारोह 2025 की दसवीं संध्या में संगीत का अद्भुत संगम देखने को मिला। रायपुर-भिलाई के सुप्रसिद्ध रॉक बैंड इंडियन रोलर ने अपनी अनूठी प्रस्तुति से ऐसा माहौल रचा कि दर्शक झूम उठे। बैंड ने छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलाईके, तू माने या ना माने दिलदारा, सांसों की माला पे सिमरू मैं, कबीर भजन, जिया लागे ना तुम बिन मोरा जैसे गीतों को अपनी विशिष्ट शैली में प्रस्तुत किया। पारंपरिक धुनों को आधुनिक रॉक संगीत और सूफियाना रंग से सजाते हुए उन्होंने श्रोताओं को शास्त्रीयता और आधुनिकता का अद्भुत अनुभव कराया। पूरे सभागार में तालियों की गडग़ड़ाहट और संगीत की लहरें देर तक गूंजती रहीं।
रायपुर-भिलाई का इंडियन रोलर बैंड अपने आप में खास पहचान रखता है। यह न केवल रॉक संगीत का प्रदर्शन करता है, बल्कि उर्दू शायरी और सूफी भावों का भी संगम प्रस्तुत करता है। ऊर्जावान प्रस्तुतियों के लिए प्रसिद्ध यह बैंड अब तक सूफी रातों, सांस्कृतिक आयोजनों और कई राष्ट्रीय मंचों पर अपनी खास छाप छोड़ चुका है। पांच सदस्यीय इस बैंड की अगुवाई आयुष (लीड सिंगर) करते हैं। उनके साथ ऋषि (गिटार), संदीप (वादन), आशीष (ढोलक) और अन्य कलाकारों की सामूहिक जुगलबंदी ने मंच पर समा बांध दिया। ध्वनि और एकता के सिद्धांत पर काम करने वाला यह बैंड छत्तीसगढ़ की युवा प्रतिभा का सशक्त उदाहरण है, जिसने चक्रधर समारोह की संध्या को और भी यादगार बना दिया।