रायगढ़

एनटीपीसी का बालिका सशक्तिकरण अभियान से बालिका हो रही है सशक्त

रायगढ़। एनटीपीसी लारा द्वारा आयोजित बालिका सशक्तिकरण अभियान (जीईएम) आस-पास के गांवों के युवा दिमागों को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने के लिए सक्षम और सुसज्जित करने के लिए सशक्त बना रहा है। एनटीपीसी लारा में यह परिवर्तनकारी यात्रा शासकीय विद्यालयों में 10 से 12 वर्ष की आयु वर्ग की 40 लड़कियों के साथ चल रही है। इस वर्ष एनटीपीसी लिमिटेड का यह प्रमुख सीएसआर पहल 6वें वर्ष में प्रवेश किया है और लारा लगातार 4र्थ वर्ष 40 युवा दिमागों के साथ इस कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। यह पहल सरकार के “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के साथ जुड़ी हुई है। कार्यक्रम को गर्मियों की छुट्टियों के सही उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि बच्चे एक इंटरैक्टिव वातावरण में पाठ्यक्रम के साथ साथ व्यक्तित्व विकास एवं जीवन जीने की कला सीख सकें। एनटीपीसी लारा में यह कार्यक्रम 17 मई से 13 जून 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। जीआरएम हिंदी, अंग्रेजी, गणित और पर्यावरण विज्ञान में शिक्षाविदों के साथ-साथ कंप्यूटर साक्षरता, योग, व्यक्तिगत स्वास्थ्य और स्वच्छता, नृत्य, नाटक, खेल, आत्मरक्षा और सार्वजनिक भाषण में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है। युवा दिमागों को उनके अनुभव और सीख से प्रेरित करने के लिए प्रतिष्ठित महिला हस्तियों को आमंत्रित किया जाता है। लारा में पुसौर की तहसीलदार सुश्री नेहा उपाध्याय ने सपनों को हकीकत में कैसे हासिल किया जाए, इस पर एक सत्र लिया। बालिका सशक्तिकरण अभियान मे भाग ले रही रोशनी साओ, लोगों की सेवा करने के लिए एक डॉक्टर बनना चाहती हैं, उनके सपनों की नौकरी के पीछे का कारण बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिए दूरदराज के गांव में रहते हुए अच्छे स्वास्थ्य सेवा पाने के लिए वह कैसे तरसते है उस को दूर करने के लिए वह डॉक्टर बनना चाहती है। एक अन्य प्रतिभागी है साक्षी चौहान, जो एक पुलिस अधिकारी बनना चाहती हैं, सुनैना निषाद भविष्य की पीढ़ी को शिक्षित करने के लिए एक अच्छी शिक्षिका बनने का सपना देख रही हैं। कहानी यहीं खत्म नहीं होती है, सभी 40 प्रतिभागियों का एक सपना है। और एनटीपीसी लारा उनके सपने को हकीकत में पूरा करने के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करता है। एनटीपीसी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री गुरदीप सिंह ने प्रतिभागियों से बातचीत कर इस कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए बच्चों का सुझाव लिया। श्री प्रदीप कुमार मिश्रा, क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (पश्चिमी -II और ऐश नई पहल) ने लड़कियों के साथ बातचीत की और प्रतिभागियों के साथ अपने बचपन के अनुभव साझा किए। इसके अलावा, अर्पिता महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती आयशा मिश्रा ने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और स्वच्छता की देखभाल करने के तरीके पर एक सत्र लिया। एनटीपीसी लारा के कार्यकारी निदेशक श्री अनिल कुमार और प्रेरित महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती अनुराधा शर्मा नियमित रूप से कार्यक्रम की निगरानी करते हैं। प्रेरिता महिला समिति की सदस्यायेँ पूरे दिन की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए मौजूद रहती हैं। दिन की शुरुआत सुबह योग अभ्यास सत्र से शुरू होती है और दिन की प्रगति पाठ्य सामग्री पढ़ने, कंप्यूटर क्लास, कला और शिल्प, आत्मरक्षा और खेल के साथ होती है।
इस जीईएम कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद यह कार्यक्रम समाप्त नहीं होता है, नियमित अंतराल पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से एनटीपी लारा इन बालिकाओं के संपर्क में रहता है। यह कार्यक्रम लैंगिक समानता, आत्मविश्वास और जीवन कौशल को बढ़ावा देता है, जिससे लड़कियां अपने सपने को साकार कर सकें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button