प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का स्नान जारी है। इस बीच अबतक 27.58 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। वहीं 30 जनवरी की सुबह तक करीब 92.90 लाख लोग स्नान कर चुके हैं और 82.90 लाख लोग प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र पहुंच चुके हैं। बता दें कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन भारी संख्या में लोगों ने स्नान किया। हालांकि इससे पूर्व मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 90 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक आयोग से जांच करवाने के आदेश दिए हैं। साथ ही पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
हादसे में मारे गए लोगों को यूपी सरकार देगी मुआवजा
बता दें कि इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने का ऐलान यूपी सरकार ने किया है। जानकारी के मुताबिक मौनी अमावस्या के दिन 5 करोड़ से अधिक लोगों ने स्नान किया। वहीं सरकार को 8-10 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद थी। हालांकि हादसे के बाद प्रशासन की मुस्तैदी और भी बढ़ा दी गई। बता दें कि इस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से अपील की कि श्रद्धालुओं के नजदीक जो घाट है, वहीं पर वो स्नान करें। बता दें कि भारतीय रेलवे द्वारा 360 ऐसी ट्रेनें चलाई जा रही हैं जो हर 4 मिनट पर खुल रही है, जिसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित अपने स्थानों तक पहुंचाना है।
वाहनों की एंट्री बंद, वीआईपी पास कैंसल
वहीं इस मामले में राज्य सरकार द्वारा कई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मेला क्षेत्र में आने-जाने वाली गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने और सभी वीआईपी पास रद्द करने के निर्देश दिए हैं। वहीं 4 फरवरी तक श्रद्धालुओं को पैदल ही संगम तक जाने की इजाजत होगी। प्रयागराज शहर में भी 4 पहियां गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। शहर में सिर्फ बाइक, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड को जाने की अनुमति होगी। साथ ही मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। बता दें दि महाकुंभ में वीआईपी स्नान को लेकर भी लोगों द्वारा सवाल उठाए जा रहे थे।