इस साल 5वीं बोर्ड में कुल 82.27 प्रतिशत छात्र पास हुए है। पिछले वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है।
पांचवी बोर्ड परीक्षा का परिणाम
- शासकीय विद्यालय में 84.34%
- अशासकीय में 79.07%
- मदरसा में 62.62% रहा
इस साल 8वीं बोर्ड परीक्षा में कुल 76.09 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए है।
आठवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम
- शासकीय विद्यालय में 76.38%
- अशासकीय में 75.78%
- मदरसा में 44.66% रहा।
लड़कियों ने फिर मारी बाजी
एमपी बोर्ड 5वीं और 8वीं की परीक्षा में एक बार फिर लड़कियों ने बाजी मारी है। पांचवी में 84.32 लड़कियां पास हुई है, जबकि लड़कों का रिजल्ट 80.34 परसेंट रहा। वहीं आठवीं में 78.86 लड़कियां उत्तीर्ण हुई और लड़कों का प्रतिशत 73.46 रहा।
ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर रहा प्रदर्शन
एमपी बोर्ड परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। 5वीं में ग्रामीण क्षेत्र में 86.58 प्रतिशत, जबकि शहरी क्षेत्र में 72.73 प्रतिशत रहा है। वहीं 8वीं में ग्रामीण क्षेत्रों में 78.96 प्रतिशत, जबकि शहरी क्षेत्रों में 68.83 फीसदी रहा है।
दिव्यांग बच्चों का रिजल्ट
MP 5वीं बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत 9322 दिव्यांग बच्चों में से 7306 एग्जाम में बैठे। इसमें 78.37 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। वहीं MP 8वीं बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत 8387 दिव्यांग छात्रों में से 5402 ने परीक्षा दिलाई, जिसमें से 64 फीसदी उत्तीर्ण हुए हैं।
इन जिलों ने किया टॉप
कक्षा पांचवीं सबसे बेहतर प्रदर्शन नरसिंहपुर जिले में 98.4 % रहा है। इसके बाद डिंडोरी, अनूपपुर, अलीराजपुर, सीहोर, मंडला, छिंदवाड़ा, झाबुआ, मुरैना और बड़वानी टॉप 10 में रहे।
कक्षा आठवीं में डिंडोरी में सबसे बेहतर रहा प्रदर्शन। इसके बाद नरसिंहपुर, अलीराजपुर, अनूपपुर, सीहोर, मंडला, छिंदवाड़ा, बड़वानी, दतिया और बुरहानपुर टॉप 10 में है।
बता दें कि पांचवी और आठवीं की परीक्षा इस बार बोर्ड पैटर्न (Board Pattern) पर आयोजित की गई थी। प्रदेश में 5वीं-8वीं की एग्जाम का समय सुबह 9 बजे से 11.30 बजे तक निर्धारित किया गया था। जबकि दिव्यांगजनों को पेपर लिखने के लिए अतिरिक्त समय दिया गया था। बोर्ड एग्जाम में इस साल लगभग 87 हजार शासकीय शालाओं, 24 हजार अशासकीय शालाओं और 1 हजार से अधिक मदरसों के करीब 24 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे।