ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाक, रात से ही LoC पर कर रहा दनादन फायरिंग, 15 नागरिकों की मौत, 43 घायल

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जम्मू/श्रीनगर. भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर से पड़ोसी देश पाकिस्तान में खलबली और बेचैनी है। नतीजतन, बौखलाए पाकिस्तानी सेना के जवान बीती रात से ही जम्मू कश्मीर के पुंछ और तंगधार इलाकों में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित गांवों को निशाना बनाकर भारी गोलाबारी कर रहे हैं, जिसमें अब तक चार बच्चों समेत कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 43 अन्य घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

यह गोलाबारी भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए जाने के तुरंत बाद शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि सभी नागरिकों की मौत गोलाबारी से सबसे अधिक प्रभावित पुंछ जिले में हुईं है। उन्होंने बताया कि 43 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।













अंधाधुंध गोलाबारी से सीमावर्ती निवासियों में दहशत
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की अंधाधुंध गोलाबारी से सीमावर्ती निवासियों में दहशत फैल गई और उन्हें भूमिगत बंकरों में शरण लेने या अपने गांवों के भीतर या बाहर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और यहां तक ​​कि पुंछ जिला मुख्यालय से भी गोलाबारी की खबर है, जिसके परिणामस्वरूप दर्जनों आवासीय मकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है।

अधिकारियों ने मृतकों की पहचान बलविंदर कौर उर्फ ​​रूबी (33), मोहम्मद ज़ैन खान (10), उसकी बड़ी बहन जोया खान (12), मोहम्मद अकरम (40), अमरीक सिंह (55), मोहम्मद इकबाल (45), रणजीत सिंह (48), शकीला बी (40), अमरजीत सिंह (47), मरियम खातून (7), विहान भार्गव (13) और मोहम्मद रफी (40) के रूप में की गई है।

उरी सेक्टर में गोलाबारी में 5 नाबालिग बच्चों सहित 10 घायल
अधिकारियों ने बताया कि बारामूला जिले के उरी सेक्टर में सीमा पार से हुई गोलाबारी में पांच नाबालिग बच्चों सहित 10 लोग घायल हो गए, जबकि राजौरी जिले में तीन अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई। दोपहर तक सीमा पार से गोलाबारी तीव्र रही तथा बाद में रुक-रुक कर जारी रही। यह गोलीबारी मुख्यतः पुंछ सेक्टर तक ही सीमित रही।

अधिकारियों ने बताया कि भारी गोलाबारी के कारण लोगों को, घायलों को अस्पताल पहुंचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गोलाबारी में पुंछ बस स्टैंड भी चपेट में आ गया, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इससे पहले रक्षा प्रवक्ता ने बताया था कि छह और सात मई की मध्यरात्रि के दौरान पाकिस्तान सेना ने जम्मू कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित अपनी चौकियों से अंधाधुंध तरीके से गोलीबारी की, जिसमें भारी तोपों से की गई गोलाबारी भी शामिल थी।

भारतीय सेना दे रही गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब
उन्होंने बताया था कि भारतीय सेना गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। सेना के सूत्रों ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने दुश्मन सेना की कई चौकियां नष्ट कर दीं और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया। सूत्रों ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट मिलने तक पुंछ सहित कुछ सेक्टरों में दोनों पक्षों के बीच सीमा पार से गोलीबारी जारी थी। अधिकारियों ने आदेश दिया है कि जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बुधवार को बंद रहेंगे।

संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान आज बंद रहेंगे।” भारतीय सेना के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजीपीआई) ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र के भीमबेर गली में गोलाबारी करके एक बार फिर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया है। भारतीय सेना उचित तरीके से जवाब दे रही है।” भारत और पाकिस्तान द्वारा 25 फरवरी 2021 को संघर्ष-विराम समझौते का नवीनीकरण किए जाने के बाद से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर संघर्ष-विराम उल्लंघन की घटनाएं काफी कम हो गई थीं।





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