प्रयागराज. महाकुंभ 2025 का रंगारंग आगाज हो चुका है. दुनिया के इस सबसे बड़े आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मेले का आयोजन प्रयागराज के संगम तट पर 12 वर्षों के बाद हो रहा है. 144 वर्षों के बाद महाकुंभ पर ग्रहों का खास योग बना है. ऐसे में यहां पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु संगम पर डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. इस बीच, चीन से आई एक खबर ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. ये है चीन में फैल रहा HMPV वायरस जो कोरोनावायरस की तरह ही है. हालांकि ये कोरोना से थोड़ा कम खतरनाक वायरस है.
प्राथमिक जिम्मेदारी
लोकल 18 से बात करते हुए स्वास्थ्य निदेशक डॉ. बीके मिश्रा ने बताया कि HMPV वायरस ‘ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस’ के नाम से जाना जाता है. ये वायरस बुजुर्गों और बच्चों पर अटैक कर रहा है. हालांकि ये कम खतरनाक है और इससे कम ही लोगों की जान गई है. डॉ. मिश्रा कहते हैं कि महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को इस वायरस से बचाना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है. अभी तक भारत में इस वायरस के करीब 13 केस सामने आए हैं. HMPV एक सांस से जुड़ा वायरस है जो मानव फेफड़ों और श्वसन नली में इंफेक्शन पैदा करता है.
ऐसा है इंतजाम
महाकुंभ में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आकर संगम में डुबकी लगाएंगे. मुख्य स्नान तक इनकी संख्या 10 करोड़ तक जाने की संभावना है. इतने बड़े क्राउड को HMPV जैसे वायरस से बचने के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जैसी प्रमुख भीड़भाड़ वाली जगहों पर विशेष जांच की व्यवस्था की गई है. विदेश से आने वाली श्रद्धालुओं की गहन जांच की व्यवस्था है. चूंकि लाखों लोगों की जान लेने वाला कोरोना वायरस भी विदेश से ही भारत में आया था. इसलिए HMPV वायरस को व्यापक स्तर पर फैलने से रोकने के लिए सारे प्रबंध किए जा रहे हैं.