मुंबई: महाराष्ट्र कैडर की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह ने इतिहास रच दिया है। वह मुंबई पुलिस की पहली जॉइंट कमिश्नर (इंटेलिजेंस) बन गई हैं। दरअसल, जॉइंट कमिश्नर (इंटेलिजेंस) का पद नया बनाया गया है। वर्तमान में इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) रैंक पर कार्यरत आरती सिंह को उनकी उत्कृष्ट सेवा और नेतृत्व क्षमता के लिए जाना जाता है। आरती सिंह ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। वह बदलापुर मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम यानी कि SIT की प्रमुख रह चुकी हैं।






क्या होगी आरती सिंह की जिम्मेदारी?
IPS आरती सिंह मुंबई में एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस, डीजीपी कार्यालय महाराष्ट्र में स्पेशल आईजी (एडमिन), अमरावती शहर की पुलिस कमिश्नर और नासिक ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। बता दें कि इस तरह आरती सिंह मुंबई पुलिस की छठी जॉइंट कमिश्नर बन गई हैं।अब आरती सिंह खुफिया जानकारी जुटाने और स्लीपर सेल्स पर नजर रखने का काम करेंगी। महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य तनाव के बाद लिया है।
मुंबई पुलिस में पहले थे 5 कमिश्नर
मुंबई पुलिस में पहले 5 जॉइंट कमिश्नर थे, जो कानून-व्यवस्था, क्राइम, प्रशासन, ट्रैफिक और आर्थिक अपराध शाखा की जिम्मेदारी संभालते थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक स्पेशल ब्रांच, जो खुफिया जानकारी जुटाने का काम करती है, का नेतृत्व एक एडिशनल कमिश्नर (डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल रैंक) करता था और वह जॉइंट कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) को रिपोर्ट करता था। अब इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए स्पेशल ब्रांच का नेतृत्व एक जॉइंट कमिश्नर (इंस्पेक्टर-जनरल रैंक) करेगा।
तेजी से इकट्टी होगी खुफिया जानकारी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्पेशल ब्रांच शहर की हर गतिविधि पर नजर रखती है, खुफिया जानकारी जुटाती है और स्लीपर सेल्स व आतंकी समर्थकों पर पैनी नजर रखती है। नई व्यवस्था में, स्पेशल ब्रांच का जॉइंट कमिश्नर सीधे पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट करेगा और जॉइंट कमिश्नर (कानून-व्यवस्था) के साथ मिलकर काम करेगा। इससे खुफिया जानकारी तेजी से इकट्ठा करने और तुरंत कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।
