दक्षिण अफ्रीका ने एक समय 15 ओवर में 4 विकेट पर 147 रन बना लिए थे. यहां से उनकी जीत पक्की लग रही थी, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उनके जबड़े से जीत छीन ली
इंडिया में आधी रात दिवाली मन रही है। रोहित शर्मा की टीम ने वो सपना पूरा कर दिया, जिसका 17 साल से पूरा होने का इंतजार था। भारत ने आखिरी टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में जीता था। साउथ अफ्रीका 177 का टारगेट आसानी से पूरा कर रही थी। लेकिन, गेंदबाजों को ये मंजूर नहीं था।
साउथ अफ्रीका के हाथों से जीत छीन ली। टी-20 वर्ल्ड कप इंडिया का है। जीत का हीरो कोई एक नहीं पूरी इंडियन टीम है। सूर्यकुमार का वो कैच तो शायद दशकों तक याद रखा जाएगा, जिसकी बदौलत मिलर पवेलियन लौटे।
बारबडोस से स्टेडियम में इंडिया ने पहले बैटिंग चुनी थी। पावरप्ले में रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार के विकेट गिर गए थे। कोहली ने 72 और अक्षर पटेल ने 47 रन की पारी खेली। शिवम दुबे ने तेज रफ्तार से 27 रन बनाकर स्कोर 176 तक पहुंचाया। साउथ अफ्रीकी स्पिनर केशव महाराज और एनरिक नॉर्त्या ने 2-2 विकेट लिए। कगिसो रबाडा और मार्को यानसन ने एक-एक विकेट लिया।
जवाबी पारी में साउथ अफ्रीकी टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 169 रन बना सकी। हार्दिक पंड्या ने 3 विकेट झटके। जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह ने 2-2 विकेट लिए। हेनरिक क्लासन ने 27 बॉल पर 52 रन बनाए, जबकि डी कॉक ने 31 बॉल पर 39 रन की पारी खेली। ट्रिस्टन स्टब्स ने 21 बॉल पर 31 और मिलर ने 17 बॉल पर 21 रन का योगदान दिया।
भारत ने दिया था 177 का लक्ष्य
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था. हालांकि रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव इस मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सके. मगर उसके बार विराट कोहली और अक्षर पटेल के बीच 72 रन की साझेदारी ने टीम इंडिया की मैच में वापसी करवाई. अक्षर पटेल ने 31 गेंद में 47 रन और विराट कोहली ने 59 गेंद में 76 रन की पारी खेली. शिवम दुबे ने भी 16 गेंद में 27 रन की पारी खेलकर भारत को 176 रन तक पहुंचने में मदद की.
डी कॉक और स्टब्स की पार्टनरशिप
दक्षिण अफ्रीका के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि रीजा हेंड्रिक्स और कप्तान एडन मार्करम चार-चार रन बनाकर आउट हो गए. मगर यहां से क्विंटन डी कॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने 68 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका की मैच में वापसी करवाई. स्टब्स ने 21 गेंद में 31 रन और डी कॉक ने 31 गेंद में 39 रन की पारी खेली.
हेनरिक क्लासेन की मेहनत गई बेकार
हेनरिक क्लासेन तब बैटिंग के लिए क्रीज़ पर उतरे जब दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 3 विकेट पर 70 रन बना लिए थे. क्लासेन ने यहां से ताबड़तोड़ बैटिंग शुरू की और उन्होंने मात्र 23 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने 2 चौके और 5 छक्के लगाकर अपनी फिफ्टी पूरी की. क्लासेन ने 27 गेंद में 52 रन बनाए. 15वें ओवर में क्लासेन ने अक्षर पटेल के 24 रन बटोरे जहां से मैच पूरी तरह पलटा हुआ नजर आने लगा था. मगर आखिरी 4 ओवरों में भारत ने गेंदबाजी के दम पर वापसी की.