जशपुर में रिटायर्ड कर्मचारी से 30 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार, भेजा गया जेल

जशपुर: जशपुर पुलिस ने अपने विशेष अभियान ‘ऑपरेशन अंकुश’ के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने 5 साल से फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने नकली सोना बेचकर एक रिटायर्ड कर्मचारी से 30 लाख रुपये की ठगी की थी। आरोपी को मनेंद्रगढ़ से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
क्या था मामला?
साल 2020 में, बगीचा थाना क्षेत्र की एक 58 वर्षीय महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने बताया कि अनुप सोनी उर्फ विजय सूर्यवंशी, विनोद सूर्यवंशी और अशोक बंजारे ने उनके घर में टॉवर लगवाने के बहाने उनसे संपर्क किया। उन्होंने उनका और उनके पति का विश्वास जीता और फिर एक आपराधिक साजिश के तहत, नकली सोने को असली बताकर उनके पति की रिटायरमेंट के बाद मिली 30 लाख रुपये की राशि हड़प ली। आरोपियों ने उन्हें एक टिन का डिब्बा दिया, जिसमें लोहे के टुकड़े थे, और कहा कि इसमें सोना है। इसके बाद वे वहां से भाग गए।
पुलिस की कार्रवाई
इस मामले में, जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर ‘ऑपरेशन अंकुश’ चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य पुराने मामलों में फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ना है। इस अभियान के तहत, पुलिस ने मुख्य आरोपी अनुप सोनी को 2021 में ही गिरफ्तार कर लिया था। दूसरे आरोपी विनोद सूर्यवंशी की पिछले साल एक सड़क दुर्घटना में मौत होने की जानकारी मिली है, जिसकी पुलिस अभी पुष्टि कर रही है।
पांच साल बाद हुई गिरफ्तारी















पुलिस को हाल ही में सूचना मिली कि इस ठगी का तीसरा आरोपी अशोक बंजारे मनेंद्रगढ़ में छिपा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस की एक विशेष टीम वहां भेजी गई, जिसने घेराबंदी कर आरोपी अशोक बंजारे (40) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने और उसके साथियों ने मिलकर यह ठगी की थी और उस रकम को आपस में बांटकर सरपंच चुनाव और घरेलू खर्चों में इस्तेमाल कर लिया।
जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया, “ऑपरेशन अंकुश के तहत जशपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ठगी के मामले में 5 साल से फरार आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे अपराधियों की धरपकड़ का हमारा अभियान लगातार जारी रहेगा।”