छत्तीसगढ़ में फर्जी डिप्टी कलेक्टर और स्टेनो गिरफ्तार, कर रहे थे ये काम, पुलिस ने तीन लोगों को दबोचा

कबीरधाम। कबीरधाम जिला कार्यालय कवर्धा के मुख्य द्वार पर तैनात सुरक्षा गार्ड द्वारा सूचना दी गई कि तीन व्यक्ति अपने आप को प्रशासनिक अधिकारी (डिप्टी कलेक्टर, स्टेनो आदि) बताकर परिसर में प्रवेश की कोशिश कर रहे हैं एवं ड्यूटी स्टाफ से संदिग्ध तरीके से पूछताछ कर रहे हैं। सूचना मिलते ही कवर्धा पुलिस की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर तीनों संदिग्धों को हिरासत में लिया और थाने लाकर पूछताछ की गई।
पूछताछ में इनकी पहचान निम्नानुसार हुई:
1. सम्मी ठाकुर पिता कोमल सिंह ठाकुर, निवासी भिलाई, जिला दुर्ग – (फर्जी डिप्टी कलेक्टर)
2. शुभलाल राजपूत पिता देवी सिंह राजपूत, निवासी पटेवा, थाना घुमका, जिला राजनांदगांव – (ड्राइवर)
3. दुर्गेश सिंह राजपूत पिता लाल सिंह राजपूत, निवासी खैरबना कला, थाना कवर्धा – (फर्जी स्टेनो)
प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि तीनों का किसी भी प्रकार से शासकीय सेवा या पद से कोई संबंध नहीं है। इन्होंने जिला कार्यालय में अपने आप को प्रशासनिक अधिकारी बताकर गुमराह किया तथा अधिकारियों और कर्मचारियों को भ्रमित करने का प्रयास किया। उक्त कृत्य से प्रशासनिक व्यवस्था में अवांछित हस्तक्षेप और जनता को भ्रमित करने की साजिश की पुष्टि हुई है।
इस घटना की रिपोर्ट सहायक जिला नाजीर अनमोल शुक्ला द्वारा थाना कवर्धा में दर्ज कराई गई। पुलिस द्वारा त्वरित संज्ञान लेकर अपराध क्रमांक 248/2025 अंतर्गत धारा 319(2) भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत मामला पंजीबद्ध कर सभी तीनों आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया गया।
यह कार्यवाही पुलिस अधीक्षक कबीरधाम धर्मेन्द्र सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल एवं पंकज पटेल के मार्गदर्शन में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री कृष्ण कुमार चंद्राकर के पर्यवेक्षण में तथा थाना प्रभारी कवर्धा के नेतृत्व में संपन्न की गई।
कबीरधाम पुलिस आम नागरिकों से अपील करती है कि यदि कोई व्यक्ति शासकीय पदाधिकारी होने का झूठा दावा करता है या संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। कबीरधाम पुलिस – फर्जी, ठग और अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्यवाही करती रहेगी।