नई दिल्ली। Dance Plus Pro winner: टीवी का पॉपुलर डांस रियलिटी शो ‘डांस प्लस प्रो’ को अपना विनर मिल चुका है. छत्तीसगढ़ के रितेश पाल ने शो का खिताब अपने नाम किया है. बता दें कि रितेश शक्ति मोहन की डांस टीम के कंटेस्टेंट थे.
मिली इतनी प्राइज मनी
फिनाले में राकेश साहू और अमन-कुणाल को कड़ी टक्कड़ देते हुए रितेश ने ये विनर की ट्राफी अपने नाम की है. ‘डांस प्लस प्रो’ की ट्रॉफी के साथ-साथ रितेश को 15 लाख रुपये प्राइज मनी भी मिली है. वहीं शो के फर्स्ट रनअप राकेश साहू को रहे, जिन्हें 5 लाख रूपये का चेक मिला. तो वहीं अमन-कुणाल दूसरे रनरअप रहे. इन्हें भी 5 लाख रूपये का इनका मिला.





शक्ति मोहन ने जाहिर की खुशी
वहीं रिशेत की जीत पर शक्ति मोहन ने उन्हें ढेर सारी बधाइयां दी हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि ‘आखिरकार वह पल आ ही गया जिसका मैं इंतजार कर रही था. क्या शानदार सीजन रहा. मैं इसके लिए सुपर ग्रेटफुल हूं. मैं रितेश को ढेर सारी बधाइयां देना चाहूंगी.’
बता दें कि रितेश ने अपने डांसिंग स्टाइल से दर्शकों को खूब एंटरटेन किया है. उन्होंने अपने दमदार परफॉर्मेंस से लोगों के होश उड़ा दिए थे. रितेश ने अपने परफॉर्मेंस से खूब तालियां और सीटियां बटोरी हैं.
वहीं जैसे ही रेमो डिसूजा ने विनर की घोषणा की रितेश बेहद भावुक हो गए थे. उन्हें ये यकीन ही नहीं हो पा रहा था कि वह ये शो जीत चुके हैं. ट्रॉफी को हाथ में लेते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. बता दें कि रितेश बेहद गरीब परिवार से आते हैं. उन्हें बचपन से ही डांस का शौक था. लेकिन घर में पैसों की तंगी की वजह से उन्होंने सैलून में काम करना शुरू कर दिया. लेकिन उनके अंदर से डांस का जुनून तब भी बरकरार था. वे सैलून के अंदर काम करते-करते वह डांस किया करते थे. वहीं आज अपनी कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने अपना सपना पूरा कर दिखाया है.
सैलून में करते थे काम
रितेश रायपुर, छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। वह पहले रायपुर में ही एक सैलून में काम किया करते थे। दिलचस्प बात यह है कि सैलून में काम करते हुए भी रितेश पाल ने डांस करना जारी रखा। जब रितेश ऑडिशन देने आए थे, तब उनके डांस मूव्स देख कर रेमो डिसूजा काफी प्रभावित हुए थे। उन्होंने रितेश को तुरंत टॉप 12 में ले लिया था। यूनिक तकनीक, जुनून और कठिन प्रयास के साथ मिलकर, रितेश की डांस जर्नी ने देखने वाले सभी लोगों पर एक अमिट प्रभाव छोड़ा।
