Jashpur News: जादुई कलश के नाम पर करोड़ों की ठगी, जशपुर पुलिस ने चार जालसाजों को दबोचा

जशपुर। जशपुर पुलिस ने ‘जादुई कलश’ के नाम पर हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य फरार हैं जिनकी तलाश जारी है। यह ठगी जशपुर, सरगुजा, कोरबा, रायगढ़ और बिलासपुर जैसे कई जिलों में फैले भोले-भाले ग्रामीणों के साथ की गई थी।
ठगी का तरीका: जादुई कलश और फर्जी कंपनी का झांसा
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने ‘आर.पी. ग्रुप’ नाम की एक फर्जी कंपनी बनाई थी। इस गिरोह के मुखिया राजेंद्र कुमार दिव्य और तुरेंद्र कुमार दिव्य ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को यह झांसा दिया कि कोरबा में एक जादुई कलश मिला है, जिसमें अलौकिक शक्तियां हैं। उन्होंने लोगों को लालच दिया कि भारत सरकार इस कलश को विदेश में बेचेगी और इससे होने वाला अरबों का मुनाफा कंपनी के सदस्यों को अनुदान के रूप में दिया जाएगा, जिससे हर सदस्य को 1 से 5 करोड़ रुपये तक मिल सकते हैं।
इस लालच में आकर, ग्रामीण इस ग्रुप के सदस्य बनने के लिए सिक्योरिटी मनी, प्रोसेसिंग फीस और केवाईसी के नाम पर 25,000 से 70,000 रुपये तक जमा करते थे। पुलिस के अनुसार, इस तरह से आरोपियों ने अब तक 1 करोड़ 94 लाख रुपये की ठगी स्वीकार की है और यह रकम बढ़ने की संभावना है।
पुलिस ने की विशेष टीम गठित, आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पत्थलगांव थाना क्षेत्र की एक पीड़ित महिला अमृता बाई ने 7 सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए, जशपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने एसडीओपी धुर्वेश कुमार जायसवाल के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया। इस टीम ने बिलासपुर, कोरबा और सीतापुर में छापेमारी कर मुख्य संचालकों सहित चार आरोपियों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम:
राजेंद्र कुमार दिव्य (46), कोरबा















तुरेंद्र कुमार दिव्य उर्फ मनीष कुमार दिव्य (38), कोरबा
प्रकाश चंद्र धृतलहरे (40), जशपुर
उपेंद्र कुमार सारथी (56), सरगुजा
पुलिस ने आरोपियों के पास से कुछ जरूरी दस्तावेज, एक कार और मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 13 लाख रुपये है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने फरार आरोपियों महेंद्र बहादुर सिंह ठाकुर और उसके एक साथी की तलाश तेज कर दी है।