जगदलपुर। सुकमा जिले में तीन नक्सलियों ने एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें से पांच लाख का इनामी माड़वी बुधरा, तीन लाख का इनामी वेट्टी जोगा और माड़ी जोगा शामिल हैं। वहीं बीजापुर में अगवा किए गए दो अन्य ग्रामीणों को भी बुधवार को नक्सलियों ने छोड़ दिया है।
सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि आत्मसमर्पण किए तीनों नक्सली 10 वर्षों से भी अधिक समय से नक्सल संगठन से जुड़े हुए थे। पूछताछ में उन्होंने बताया कि नक्सली लीडरों की भेदभावपूर्ण नीतियों से त्रस्त होकर और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर यह निर्णय लिया है। इस अवसर पर तीनों नक्सलियों को 10-10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई।
अगवा किए गए दो अन्य ग्रामीणों को नक्सलियों ने छोड़ा
उधर, बीजापुर जिले में नक्सलियों ने 24 दिसंबर को अगवा किए गए दो अन्य ग्रामीणों को भी बुधवार को छोड़ दिया है। इनमें लोहंडीगुड़ा निवासी टेमरू नाग और बारसूर निवासी चापड़ी बत्तैया शामिल हैं। एक दिन पहले ही नक्सलियों ने दो पेटी ठेकेदारों कोंडागांव जिले के कुरुषनगर निवासी निमेंद्र कुमार दीवान,व नीलचंद नाग को छोड़ा था। गोरना में सड़क निर्माण के निरीक्षण के दौरान नक्सलियों ने चारों को अगवा किया था।
नक्सली और स्थानीय इस सड़क के निर्माण का विरोध कर रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने वीडियो प्रसारित कर चारों को छोड़ देने की नक्सलियों से अपील की थी। घर लौटने के बाद कोई भी इस विषय पर बात करने को तैयार नहीं है। स्वजन का कहना है कि सभी सकुश्ाल लौट आए हैं, उनके लिए यही बड़ी बात है, जबकि सच्चाई यह है कि नक्सली दहश्ात के चलते कोई मुंह नहीं खोल रहा है।