बस्तर: बस्तर में ट्यूरिज्म स्पॉट सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. बरसात में ट्यूरिज्म स्पॉट की रौनक देखते ही बन रही है. बड़ी संख्या में खूबसूरत वादियों का आनंद उठाने के लिए सैलानी पहुंच रहे हैं. आधा दर्जन से भी अधिक ट्यूरिज्म स्पॉट छुट्टियां बिताने को मजबूर कर देते हैं. सबसे ज्यादा आकाश नगर, ढोलकल, झारालावा, हांदावाड़ा और मिचनार पर्यटन स्थल को पर्यटक पसंद कर रहे हैं. मिचनार हिलटॉप पर्यटन स्थल तक पहुंचने के लिए कार, बाइक और बस भी साधन है.
मिचनार की दूरी जगदलपुर से 70 किलोमीटर और दंतेवाड़ा से 50 किलोमीटर है. वाहन से पहुंचने के बाद पर्यटकों को पहाड़ की ऊंची चढ़ाई चढ़नी पड़ती है. पहाड़ पर चढ़ने के बाद मिचनार हिलटॉप का नजारा देखते ही बनता है. टूरिज्म स्पॉट से बस्तर की नैसर्गिक खूबसूरती देखने को मिलती है.
मिचनार हिलटॉप से सुंदर दिखाई देता है बस्तर
हिलटॉप पर एक साथ 20 से 25 पर्यटक ही पहुंच सकते हैं. अभी पर्यटन स्थल के रूप में जगह विकसित नहीं हो पायी है. पर्यटकों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में ऐसे कम ही जगह हैं जहां हिलटॉप हैं, और उनमें मिचनार बेहद ही सुंदर जगह है. छत्तीसगढ़ के सबसे ऊंचे हिलटॉप में शुमार मिचनार से प्रकृति का नजारा काफी खूबसूरत दिखाई देता है.
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पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बस्तर जिले को टूरिज्म हब बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. मिचनार बस्तर के सबसे ऊंचे हिल्टॉप में से एक है. ग्रामीणों की मदद से मिचनार हिलटॉप को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की कवायद शुरू की जाएगी. नए साल पर पर्यटकों की बड़ी तादाद मिचनार में नाइट स्टे भी करती है. पर्यटकों की मांग पर मिचनार के इलाके को पर्यटन स्थल की सौगात मिलेगी.