रायगढ़। रविवार की सुबह गोमर्डा अभ्यारण सारंगढ़ के सराईपाली बीट क्षेत्र के जंगल से भटकते हुए एक सांभर गांव के करीब पहुंच गया। तभी कुछ कुत्तों ने उसे देखते ही उस पर तुरंत हमला करने के लिए दौड़ाना शुरू कर दिया। तब उस पर गांव के रहने वाले मनीष मैत्री की नजर पड़ी तो उनके साथियों को बुलाकर कुत्तों को दूर भगाया गया और किसी तरह वन्यजीव सांभर को पकड़कर वन विभाग को सूचना दिया गया। जिसमें सूचना पाते ही बीटगार्ड कुलदीप बरगाह मौके पर पहुंचे। जिसे इलाज के लिए ले जाया गया, पर बताया जा रहा है की वह पूरी तरह स्वस्थ होने की वजह से उसे जंगल में वापस छोड़ दिया गया।
कुत्तों का शिकार बनते हैं वन्यप्राणी
जानकारों की माने तो गर्मी के दिनों में सबसे अधिक वन्य प्राणियों की मौत होती है और इसका कारण है कि वे पानी की तलाश में भटकते हैं। तब शिकारी मौका पाते ही उनका शिकार कर लेते है। अभ्यारण्य क्षेत्र में कुत्तों के हमले से अधिकांश चीतल प्रजाति के वन्यप्रणियो की मौत होती है। पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
इन पर लगाम लगाने की जरूरत
शिकारियों के द्वारा जंगल में शिकार के लिए कुत्तों का अक्सर इस्तेमाल किया जाता है। जंगली सुअर और चीतल प्रजाति के साथ ही अन्य छोटे वन्यप्रणियों का कुत्तों से शिकार कराया जाता है और यही कारण की जंगल में कुत्तों को भटकते भी देखा जाता है। जिस पर लगाम लगाने की भी जरूरत है।